खेसारी लाल यादव रवि किशन विवाद: ‘जीते जी नर्क, मरने के बाद स्वर्ग’ पर भड़के रवि, अखिलेश ने खेसारी को लहराया

खेसारी लाल यादव रवि किशन विवाद न्यूज़: भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव और गोरखपुर के सांसद रवि किशन के बीच जुबानी जंग ने बिहार विधानसभा चुनाव को नया मोड़ दे दिया। रविवार को छपरा की रैली में खेसारी ने रवि पर ऐसे तंज कसे कि मंच पर हंसी और तालियां दोनों गूंजीं, लेकिन मामला राम मंदिर और सनातन पर पहुंचते ही रवि ने कड़ा जवाब दे दिया।

खेसारी लाल यादव रवि किशन विवाद की यह ताजा कड़ी RJD उम्मीदवार खेसारी के छपरा के रिविलगंज प्रखंड में प्रचार से जुड़ी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में खेसारी ने मंच से रवि किशन को निशाना बनाया। उन्होंने कहा, “एक हमारे बड़े भइया हैं रवि जी, जो जीते-जी हम लोगों की जिंदगी को नर्क बना देते हैं। मरने के बाद गोरखपुर में स्वर्ग की सीढ़ी लगवा देते हैं।” यह बयान सुनकर मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए खेसारी ने और तंज कसा, “माननीय मुख्यमंत्री योगी जी मंच पर बैठे हुए हैं। रवि भइया कह रहे हैं कि तुम लोग यहां जलोगे तो स्वर्ग में जाओगे। जीते जी तो कुछ दिए नहीं। अब बताओ मरने के बाद कौन आदमी हर-हर महादेव करके जलता है। योगी जी को भी कभी-कभी लगता होगा कि यार किसको गोरखपुर सौंप दिया।”

खेसारी का तंज: जीते जी स्वर्ग चाहिए, रावण का बचा काम पूरा कर रहे रवि

खेसारी ने अपनी बात को और साफ करते हुए कहा, “हमें जीते जी स्वर्ग चाहिए। लगता है रावण का बचा हुआ काम रवि भइया पूरा करने आए हुए हैं।” यह बयान छपरा की सभा में खूब जोश भर गया। स्थानीय सपा नेता ने मंच पर खेसारी को एक पर्ची थमाई, जिसमें निरहुआ (रवि किशन का भोजपुरी नाम) के बयानों का जिक्र था। खेसारी ने पर्ची पढ़ते हुए हंसते हुए कहा, “हमारे बड़े भइया निरहुआ हैं। वह क्या बोल रहे हैं कि खेसारी यदमुल्ला है। कोई बात नहीं, बड़े भाई हैं। कुछ भी कह सकते हैं।”

27 अक्टूबर को ANI को दिए इंटरव्यू में खेसारी ने राम मंदिर पर अपनी राय रखी थी। उन्होंने कहा, “किसी भगवान के लिए श्रद्धा दिल में होती है, मंदिर में भगवान नहीं होते हैं। हमारे दिल में होते हैं, उत्पन्न होते हैं, तभी हम मंदिर जाते हैं। मेरा विषय वो है कि मंदिर बनना चाहिए, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मंदिर नहीं बनना चाहिए। मंदिर बनना चाहिए लेकिन लोगों का ख्याल भी रखिए।” आगे वे भावुक हो गए, “भूखे पेट भजन होता है क्या? आप यह बताइए कि आप मंदिर ही बना दो और लोगों के पेट में अन्न ही ना दें तो भूखे पेट भजन होता है क्या। और रवि भइया की बात के लिए आप बिल्कुल कुछ मत कहिए, वह तो जीने के लिए कुछ बनाते नहीं है, वह तो मरने के लिए बनाते हैं।”

खेसारी ने रवि किशन के गोरखपुर वाले बयान पर फिर निशाना साधा, “गोरखपुर में रवि भइया कहते हैं कि यहां मरने पर स्वर्ग में जाओगे। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आप अपनी जनता का जीते जी ख्याल रखिए, मरने के बाद क्या होगा पता नहीं। मरने के बाद का प्रोसीजर उनका बहुत प्यारा होता है। वह आपके चैन से जलने के लिए व्यवस्था करेंगे, आपके जीने के लिए कोई व्यवस्था नहीं करेंगे। कुछ भी बोल सकते हैं वह महादेव है।” उन्होंने बिहार-गुजरात की तुलना भी की, “बिहार को केंद्र सरकार बस और ट्रेन का तोहफा देती है, वहीं दूसरी ओर गुजरात में फैक्ट्री लगती हैं। मैं रवि भइया से कहूंगा कि वो मोदी जी से ये बात जरूर पूछेंगे।”

अखिलेश यादव का खेसारी को समर्थन: छपरा में छप्पर फाड़कर जीत

अखिलेश यादव ने रविवार की सभा में खेसारी के लिए जोरदार प्रचार किया। उन्होंने कहा, “मैं बिहार का चुनाव देख रहा हूं, लेकिन जैसा जोश छपरा में दिखाई दे रहा है, वैसा कहीं नहीं है। अबकी बार छपरा की जनता बता रही है कि छप्पर फाड़कर जीत मिलेगी।” अखिलेश ने बिहार की राजनीतिक भूमिका पर जोर दिया, “जब-जब देश पर राजनीतिक संकट आया है, बिहार की जनता ने उस संकट को दूर किया है। इस बार फिर देश में राजनीतिक संकट है। यहां की जनता उस संकट को दूर करेगी। इस बार तो बिहार के लोगों ने मन बनाया है कि बिहार से भाजपा बाहर होने जा रही है।”

महंगाई और बेरोजगारी पर अखिलेश ने NDA सरकार को घेरा, “यह जो महंगाई बढ़ी है। बेरोजगारी बढ़ी है। इसकी जिम्मेदार भाजपा की सरकार है। बिहार के चुनाव को देश देख रहा है।” उन्होंने तेजस्वी यादव का जिक्र करते हुए कहा, “जब तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे तो नौजवानों का पलायन नहीं होगा। बिहार से भाजपा का पलायन होगा। बिहार की जनता 20 साल की सरकार से हिसाब मांग रही है। 10 साल दिल्ली वालों के हो गए। बताओ आपको कितने सालों का हिसाब किताब लेना है। अबकी तो सब पर भारी हैं, आपके खेसारी।”

अखिलेश ने यूपी-बिहार के कुछ नेताओं का जिक्र किया, “बहुत सारे लोगों को परेशानी आ गई है। यूपी से बहुत से साथी हैं, जो कभी हम लोगों के भी साथी रहे हैं। वह ऊपर से तो बीजेपी के हैं, लेकिन मन से वो खेसारी जी के साथ हैं। उन पर दबाव है किसी बात का, इसलिए वह बाहर रहें। वह मन ही मन चाह रहे हैं कि यहां से खेसारी जी जीतें। खेसारी जीतेंगे तो तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे।” जीविका बहनों के लिए वादा किया, “तेजस्वी जीतेंगे तो हमारी जीविका बहनों का 30 हजार रुपए महीने का वेतन होगा। जिनको कोई सम्मान नहीं दे रहा है। उनको सम्मान देने का काम तेजस्वी जी करेंगे।”

महंगाई पर तंज कसते हुए कहा, “महंगाई बढ़ी है। वह जीएसटी का उत्सव मना रहे हैं। आप बताइए, जीएसटी किसने लगाई है। जीएसटी लागू करने वाले उत्सव मना रहे हैं।” विकास के वादों में अखिलेश ने कहा, “तेजस्वी ने तय किया है कि सिलेंडर भी आपको महंगा नहीं मिलेगा, 500 रुपए में मिलेगा। तेजस्वी ने घोषणा की है कि हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी।” एक्सप्रेसवे पर भरोसा दिलाया, “एक एक्सप्रेस वे हम बिहार के बॉर्डर तक बनाएंगे। हम चाहते हैं कि छपरा से पटना से भी जुड़े और दिल्ली से भी जुड़े। हम आपको भरोसा दिलाकर जा रहे हैं कि इधर तेजस्वी और खेसारी जी सड़क बनाएंगे। उधर 27 में हमारी सरकार बनेगी, उधर हम लोग जोड़ने का काम करेंगे। जैसा हमने एक्सप्रेस वे बनाया है, वैसी ही सड़क और वही एक्सप्रेस वे हम बिहार के बॉर्डर तक और यहां तेजस्वी जी यूपी के बॉर्डर तक बनाएंगे। हम दोनों मिलकर यूपी और बिहार को जोड़ने का काम करेंगे।”

रवि किशन का पलटवार: शब्दबाण से नहीं बचेंगे, सनातन का अपमान मत करो

खेसारी लाल यादव रवि किशन विवाद में अब रवि किशन ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने कहा, “जहां सनातन विरोध की बात आएगी, प्रभु श्रीराम का मंदिर क्यों बना ये सवाल उठेगा, तो मेरा सगा भाई ही क्यों न हो। मेरे शब्द बाण से बच नहीं पाएगा। आप चुनाव जीतिए, आसमान में जाकर चफना जाइए। लेकिन भगवान राम, सनातन का अपमान…भइया हो, माई हो, मत करो। बहुत चोट लगेला।” रवि ने खेसारी के राम मंदिर वाले बयान पर सीधा निशाना साधा, जहां खेसारी ने कहा था कि राम मंदिर जरूरी है, लेकिन उससे जरूरी स्कूल, हॉस्पिटल और बाकी व्यवस्थाएं हैं।

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यह विवाद बिहार चुनाव के बीच भोजपुरी इंडस्ट्री के दो दिग्गजों के बीच की पुरानी रंजिश को भी उभार रहा है। खेसारी छपरा से RJD टिकट पर मैदान में हैं, जबकि रवि किशन भाजपा के सांसद हैं। दोनों के बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, और बिहार की जनता इसे कैसे लेती है, यह आने वाले दिनों में साफ होगा। क्या यह जंग चुनावी रंग में रंग जाएगी, या दोनों फिर से भाईचारे की बात करेंगे? बिहार की सियासत पर नजर रखें।

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