बिहार चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी का बड़ा आरोप: वोटर लिस्ट में ‘ऑपरेशन चोरी’, हरियाणा जैसी धांधली का दावा

बिहार में पहले फेज की 121 सीटों पर कल वोटिंग होनी है, लेकिन इससे एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ऐसा बयान दिया, जो पूरे राजनीतिक हलचल में आग लगा सकता है। उन्होंने राज्य में ‘ऑपरेशन सरकार चोरी’ चलने का आरोप लगाया, जो लोकतंत्र की जड़ों को हिला सकता है।

राहुल गांधी वोट चोरी आरोप को लेकर उन्होंने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई, जहां उन्होंने न सिर्फ बिहार बल्कि हरियाणा चुनाव 2024 के उदाहरण देकर पूरी साजिश का पर्दाफाश करने की कोशिश की। ग्राउंड पर उतरकर उन्होंने पांच वोटर्स को मंच पर बुलाया, जिन्होंने खुलासा किया कि उनके नाम वोटर लिस्ट से गायब कर दिए गए हैं। ये वोटर न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से प्रभावित हुए, बल्कि उनके पूरे परिवारों के नाम भी कटे दिखे। राहुल ने कहा कि यह कोई संयोग नहीं, बल्कि सुनियोजित तरीके से चुनाव से ठीक पहले वोटर सूची में हेरफेर किया जा रहा है, ताकि विपक्ष के वोट बैंक को कमजोर किया जा सके।

हरियाणा चुनाव में वोट चोरी का खुलासा: 25 लाख फर्जी वोटों का दावा

राहुल गांधी ने अपनी प्रेजेंटेशन में हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को केंद्र में रखा, जहां उन्होंने दावा किया कि 3.5 लाख वोटर्स के नाम जानबूझकर लिस्ट से हटा दिए गए थे। लेकिन इससे भी बड़ा आरोप था 25 लाख फर्जी वोटों का। उन्होंने एक ब्राजीलियन मॉडल की तस्वीर दिखाई, जो हरियाणा की वोटर लिस्ट में दर्ज थी। इस मॉडल ने स्वीटी, सीमा और सरस्वती जैसे नामों से 10 बूथों पर 22 बार वोट डाला। राहुल ने सवाल उठाया कि एक ही महिला की फोटो दो पोलिंग बूथों की लिस्ट में 223 बार कैसे नजर आ सकती है? कुछ एंट्रीज में उम्र और फोटो का मेल ही नहीं खाता, जबकि ब्लर इमेजेस का इस्तेमाल धांधली छिपाने के लिए किया गया।

उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का एक वीडियो भी चलाया, जिसमें चुनाव के दो दिन बाद व्यवस्था का जिक्र था। राहुल का कहना था कि यही वह ‘व्यवस्था’ है, जिसके चलते कांग्रेस 22 हजार वोटों से हार गई। उन्होंने दावा किया कि हर आठवें वोटर में एक फर्जी था, जो रिजल्ट को पूरी तरह बदल सकता था। इसके अलावा, दालचंद जैसे नाम यूपी और हरियाणा दोनों जगह लिस्ट में थे, जबकि मथुरा के सरपंच प्रह्लाद का नाम हरियाणा में कई जगह दोहराया गया। राहुल ने जोर देकर कहा कि ये हजारों की तादाद में हैं और ज्यादातर बीजेपी से जुड़े लोग।

हाउस नंबर जीरो का रहस्य: चुनाव आयोग पर झूठ बोलने का आरोप

राहुल गांधी वोट चोरी आरोप को और मजबूत करते हुए उन्होंने हाउस नंबर ‘0’ वाली एंट्रीज का जिक्र किया। उनका कहना था कि चुनाव आयोग का दावा है कि ये बेघर लोगों के लिए हैं, जैसे पुल के नीचे या लैंपपोस्ट के पास रहने वाले। लेकिन जांच में पाया गया कि नरेंद्र जैसे वोटर एक पक्के घर में रहते हैं, फिर भी उनका एड्रेस ‘0’ दर्ज है—ताकि ट्रेस न हो सके। उनकी टीम ने ऐसे घरों का दौरा किया, जहां एक ही एड्रेस पर 66 या 100 से ज्यादा नाम थे, लेकिन जाकर देखा तो कोई नहीं मिला। राहुल ने सवाल किया कि क्या इनका वेरिफिकेशन हुआ? नियम के मुताबिक 10 से ज्यादा नामों पर जांच जरूरी है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं दिखा।

बिहार चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी का बड़ा आरोप: वोटर लिस्ट में 'ऑपरेशन चोरी', हरियाणा जैसी धांधली का दावा

चुनाव आयोग की एक पुरानी प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो चलाते हुए राहुल ने मुख्य चुनाव आयुक्त पर सीधा आरोप लगाया कि उन्होंने देश की जनता से खुलेआम झूठ बोला। क्रॉस-चेकिंग से साबित हुआ कि ये एंट्रीज फर्जी हैं, और आयोग के पास डुप्लीकेट हटाने का सॉफ्टवेयर होने के बावजूद इस्तेमाल नहीं किया गया। राहुल का तर्क था कि सीसीटीवी फुटेज हटा दिए जाते हैं, जिससे कोई सबूत नहीं बचता।

बिहार में वैसी ही साजिश: लाखों नाम कटे, विपक्ष की तैयारी

बिहार चुनाव में वोटर लिस्ट धांधली को राहुल ने हरियाणा का आईना बताया। उन्होंने दावा किया कि यहां भी लाखों नाम कटे हैं, और मतदाता सूची लास्ट मोमेंट पर दी जाती है, जिससे बूथ लेवल पर कोई तैयारी नहीं हो पाती। पांच वोटर्स के अलावा पूरे परिवार गायब हैं लिस्ट से। राहुल ने कहा कि जैसा हरियाणा में हुआ, वैसा ही बिहार में दोहराया जा रहा है—यह जानबूझकर लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है।

राहुल के 6 सवालों के जवाब: सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा, विपक्ष एकजुट

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का सामना करते हुए राहुल ने साफ कहा कि वोटर लिस्ट करप्ट होने पर ट्रेनिंग से कुछ नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट सब देख रहा है, और उनकी प्रेजेंटेशन वहां तक पहुंच चुकी है। कार्रवाई का फैसला कोर्ट का है। कर्नाटक, महाराष्ट्र और अब हरियाणा-बिहार के आरोपों पर उन्होंने बताया कि विपक्ष साथ मिलकर सबूत जुटा रहा है, और यह एक भारतीय नागरिक का फर्ज है। केरल, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी शक है, लेकिन सेंट्रलाइज्ड लिस्ट न मिलने से मुश्किल है। बिहार में नाम कटने से रिजल्ट प्रभावित होगा, जैसा हरियाणा में 25 लाख फर्जी वोटों से हुआ। नरेंद्र जैसे केस पर टीम ने जांच की, लेकिन डिटेल शेयर नहीं की। आखिर में, राहुल ने जिम्मेदारी चुनाव आयोग पर डाली—पार्टियों का काम चुनाव लड़ना है, फेयर इलेक्शन उनका।

इन खुलासों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। विपक्ष की नजरें अब सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं, जबकि बिहार में वोटिंग का पहला दौर कल सुबह शुरू हो जाएगा। क्या ये आरोप चुनावी समर को नया मोड़ देंगे? ग्राउंड रिपोर्टिंग जारी रहेगी।

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