Aaj Ka Mausam: अक्टूबर में आखिर ऐसा क्यों लग रहा है जैसे मानो सर्दी ने जल्दी एंट्री मार ली हो? मोंथा चक्रवात ने बंगाल की खाड़ी से उठकर पूरे देश को हिला दिया है, जहां पहाड़ों पर बर्फबारी की चेतावनी है तो मैदानों में मूसलाधार बारिश का डर।
मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, मोंथा चक्रवात अब कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल चुका है, लेकिन इसका असर 30 और 31 अक्टूबर को उत्तर भारत से लेकर दक्षिणी तटों तक फैलेगा। आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में लैंडफॉल के बाद ये तूफान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा है, जिससे यूपी, बिहार, बंगाल और झारखंड जैसे राज्यों में ठंडी हवाओं के साथ बारिश का दौर चलेगा। दिल्ली-एनसीआर में हल्का कोहरा और बादल छाए रहेंगे, जबकि न्यूनतम तापमान 17 डिग्री के आसपास लुढ़क सकता है।
मोंथा चक्रवात: लैंडफॉल के बाद क्या बचा है खतरा?
मोंथा चक्रवात ने 28 अक्टूबर की रात आंध्र प्रदेश के बीच अमलापुरम-नरसापुर तट पर जोरदार लैंडफॉल किया, जहां हवाओं की रफ्तार 90-110 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई। 18 अब ये डीप डिप्रेशन बन चुका है, लेकिन अगले 24 घंटों में ओडिशा, तेलंगाना और तमिलनाडु के तटीय जिलों में 65 किमी/घंटा की तेज आंधी चलने का अनुमान है। 13 मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सख्त हिदायत दी गई है, और स्थानीय प्रशासन ने 18 लाख लोगों को प्रभावित होने की आशंका जताई है। फसलें बर्बाद हो चुकी हैं – आंध्र में ही 2.14 लाख एकड़ क्षेत्र में नुकसान हुआ है, साथ ही दो मौतें भी दर्ज की गईं। 10
उत्तर भारत में मोंथा चक्रवात का असर: बारिश और ठंड की दस्तक
दक्षिण से उठे इस चक्रवाती सिस्टम का असर अब उत्तर की ओर शिफ्ट हो रहा है। दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में 30-31 अक्टूबर को आंशिक बादल और हल्की बारिश बनी रहेगी, अधिकतम तापमान 28 डिग्री तक रहेगा। 23 यूपी के पूर्वी जिलों जैसे वाराणसी, प्रयागराज और मऊ में भारी वर्षा का रेड अलर्ट है, जबकि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में बादलों की गतिविधि बढ़ेगी।
बिहार में बंगाल की खाड़ी से आई नमी ने मौसम को उलट-पुलट कर दिया है। पटना समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है, और अगले दो दिनों तक ये सिलसिला जारी रहेगा। झारखंड में तो हालात दिसंबर जैसे हो गए हैं – रांची, सिमडेगा, खूंटी और गुमला में बहुत भारी बारिश की चेतावनी है, जबकि चतरा, गढ़वा और पलामू में कंपकंपाती ठंड ने दस्तक दे दी। स्थानीय मौसम केंद्र ने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है।
दक्षिण और पूर्वी भारत: तूफान की मार से उबरना मुश्किल
मोंथा चक्रवात का मुख्य केंद्र दक्षिणी राज्यों पर ही है। ओडिशा के तटीय इलाकों में शुक्रवार तक बिजली चमकने और गरज के साथ बारिश का अलर्ट है। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में तेज हवाएं 65 किमी/घंटा की स्पीड से चलेंगी, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। 26 पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, मालदा और हावड़ा जैसे जिलों में भारी वर्षा जारी है, और 31 अक्टूबर तक ये दौर चलेगा।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का अनुमान, मैदानों में वर्षा का दौर
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी जिलों में मोंथा चक्रवात की वजह से ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी शुरू हो सकती है, जो सर्दी की शुरुआत का संकेत देगी। मैदानी इलाकों में ये सिस्टम बादल और हल्की फुहारें लेकर आएगा, लेकिन यूपी-बिहार बॉर्डर पर भारी बारिश से जलभराव की शिकायतें बढ़ सकती हैं।
मौसम विभाग के इन अपडेट्स से साफ है कि अक्टूबर का ये अंतिम सप्ताह तूफानी साबित हो रहा है। ताजा मौसम खबरों और अलर्ट्स के लिए हमसे जुड़े रहें, क्योंकि हालात तेजी से बदल रहे हैं।
