क्या शहर की सड़कें अब सुरक्षित नहीं रहीं? गोरखपुर में हुई इस सनसनीखेज लूट ने व्यापारियों को दहशत में डाल दिया है, जहां बदमाशों ने पलक झपकते ही लाखों की रकम उड़ा ली।
रोराख्पुर (उत्तर प्रदेश), 09 अक्टूबर: गोरखपुर लूट कांड ने शहर की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जहां बुधवार देर रात चिलुआताल थाना क्षेत्र के चिउटहां पुल के पास बाइक और कार सवार चार बदमाशों ने कृषि यंत्र व्यापारी आदित्य चौधरी के चालक टुन्नू प्रजापति से 9 लाख 70 हजार रुपये लूट लिए। ये रकम मेडिकल कॉलेज रोड से वसूली गई थी और महराजगंज जिले के फरेंदा भेजी जा रही थी। घटना रात करीब साढ़े 10 बजे की है, जब बदमाशों ने चालक की अर्टिगा कार को ओवरटेक कर रोका और धमकी देकर बैग छीन लिया।
घटना का पूरा ब्योरा: कैसे हुई लूट?
व्यापारी आदित्य चौधरी ने शाम को अपने चालक टुन्नू को मेडिकल कॉलेज रोड स्थित एक परिचित के घर से रुपये लेने भेजा था। चालक वहां से रकम लेकर लौटा और कार से फरेंदा की ओर जा रहा था। चिउटहां पुल पहुंचते ही बदमाशों ने कार रोकी, चालक को डराया-धमकाया और रुपये से भरा बैग लेकर फरार हो गए। चालक ने बताया कि सब इतनी तेजी से हुआ कि वो कुछ समझ ही नहीं पाया। घटना के बाद उसने व्यापारी को फोन किया, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
बदमाशों की करतूत: शहर में बढ़ती वारदातें
ये लूट शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं का एक और उदाहरण है। बदमाश एक कार और बाइक पर सवार थे, जो रात के अंधेरे का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे पुल और सुनसान इलाकों में अक्सर ऐसी घटनाएं होती हैं, लेकिन पुलिस की गश्त कम होने से बदमाश बेखौफ हैं। व्यापारी समुदाय में इस घटना से हड़कंप मचा है, क्योंकि वसूली और ट्रांसपोर्ट के दौरान ऐसी लूट की आशंका बढ़ गई है।
गोरखपुर लूट कांड: पुलिस की जांच और संदेह
पुलिस को सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और इलाके में घेराबंदी की। एसपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की जा रही है और बदमाशों के रूट की पहचान हो रही है। लेकिन सूचना में देरी होने से मामला संदिग्ध लग रहा है। पुलिस अब चालक टुन्नू प्रजापति की भूमिका की भी जांच कर रही है, क्योंकि घटना के समय और रिपोर्टिंग में गड़बड़ी नजर आ रही है। रातभर सर्च ऑपरेशन चला, लेकिन बदमाशों का सुराग नहीं मिला।
क्या है आगे का प्लान: अपराध पर लगाम की कोशिश
पुलिस ने इलाके में चेकिंग बढ़ा दी है और सीसीटीवी नेटवर्क को मजबूत करने की बात कही। स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत रिपोर्ट करें। ये घटना हाल की अन्य लूटों से जुड़ी हो सकती है, इसलिए अंतरजिला गिरोह की जांच भी हो रही है। व्यापारियों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है, ताकि ऐसे हादसे न हों।
शहर की सुरक्षा पर सवाल: क्या कहते हैं स्थानीय?
गोरखपुर में ऐसी घटनाएं आम हो रही हैं, जहां रात के समय सुनसान सड़कों पर बदमाश सक्रिय रहते हैं। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि पुलिस की सक्रियता बढ़नी चाहिए, खासकर वसूली और कैश ट्रांसपोर्ट के दौरान। ये कांड न सिर्फ आर्थिक नुकसान पहुंचाता है, बल्कि लोगों में डर पैदा करता है। पुलिस का दावा है कि जल्द बदमाशों को पकड़ा जाएगा।
