प्रेम की राह में परिवार की दीवारें इतनी ऊंची हो गईं कि दो युवा मौत का रास्ता चुन बैठे। मंदिर में शादी की उम्मीद टूटते ही जहर की गोली निगल ली, जहां एक की सांस थम गई और दूसरी अस्पताल में चीख रही है- ‘मैं जीना नहीं चाहती’।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश, 05 अक्टूबर: यूपी के प्रयागराज में ITI स्टूडेंट के सुसाइड की दिल दहला देने वाली घटना ने सराय ममरेज इलाके को सदमे में डाल दिया है। मवैया हिंदवानी गांव के 22 वर्षीय शिवम मौर्य ने अपनी गर्लफ्रेंड शिल्पा (17) के साथ 3 अक्टूबर को जहर खा लिया, जिससे शिवम की मौत हो गई, जबकि शिल्पा को डॉक्टरों ने बचा लिया। दोनों 30 सितंबर को घर छोड़कर भागे थे, और 2 अक्टूबर को लड़की की मां ने सरायममरेज थाने में शिवम के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। परिवारों से बात करने पर पता चला कि सुसाइड अटेम्प्ट से पहले दोनों कुंडौरा महादेव मंदिर पहुंचे थे शादी करने, लेकिन पुलिस आने की अफवाह से भाग निकले। 4 अक्टूबर को पोस्टमॉर्टम के बाद शिवम की बॉडी परिवार को सौंप दी गई, जबकि शिल्पा खतरे से बाहर है।
प्रेम कहानी की शुरुआत: बाजार से मंदिर तक का सफर
शिवम ITI का छात्र था, उसके पिता मुंबई में नौकरी करते हैं। उसका गांव मवैया हिंदवानी है, जहां से 1 किमी दूर पूरे लुटई गांव में शिल्पा का ननिहाल है। शिल्पा मूल रूप से फूलपुर के कासिया गांव की है, जहां 3 साल पहले उसके पिता का निधन हो गया था। उसके बाद वह अक्सर ननिहाल आती-जाती थी। करीब 3 महीने पहले 15 जून को पूरे लुटई के बाजार में दोनों की मुलाकात हुई, जो दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई। दोनों मोबाइल पर घंटों बात करते, और जिंदगी साथ बिताने का फैसला कर लिया।
एक रिश्तेदार ने हमें बताया, “शिवम मौर्य बिरादरी का था, शिल्पा दलित समुदाय से। परिवार तैयार नहीं था, ऊपर से शिवम जॉब नहीं करता था और लड़की नाबालिग। शादी नामुमकिन थी।” लेकिन 15 दिन पहले शिल्पा की मां ने रात में बातचीत पकड़ ली। मां ने डांटते हुए कहा, “तुम्हारे पापा पहले ही चले गए, अब क्या तुम ऐसा करोगी? हम समाज में क्या मुंह दिखाएंगे?” इसके बाद शिल्पा पर घर से निकलने की पाबंदी लग गई। उसने स्कूल की दोस्त से मैसेज भेजकर शिवम को बताया, और 5 दिन पहले नानी के घर आई। 30 सितंबर को वह बिना बताए निकल गई।
भागने से सुसाइड तक: पुलिस की FIR और मंदिर का हल्ला
घर से भागने के बाद दोनों कहां-कहां रहे, पुलिस शिल्पा के होश में आने का इंतजार कर रही है। लेकिन परिवारों से मिली जानकारी के मुताबिक, 3 अक्टूबर दोपहर वे कुंडौरा महादेव मंदिर पहुंचे, जो शिल्पा के ननिहाल से 7 किमी दूर है। पुजारी ने कहा, “दोनों शादी करने आए थे, लेकिन पुलिस आने की सुगबुगाहट से हल्ला मच गया। वे भाग निकले।” इसके 3 घंटे बाद हरिहरपुर मर्रो पेट्रोल पंप के पास सड़क पर दोनों तड़पते मिले। चश्मदीदों ने बताया, “वे खड़े थे, फिर हाथ पकड़कर कुछ खाया और जमीन पर गिर पड़े।”
पुलिस ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां शिवम की मौत हो गई और शिल्पा को SRN अस्पताल रेफर किया गया। शिल्पा होश में आते ही चिल्लाई, “मैं जीना नहीं चाहती हूं।” उसकी मां रोते हुए बोलीं, “मेरी बेटी प्रेम में अंधी हो गई थी, हमने रोकने की कोशिश की लेकिन वो नहीं मानी। अब वो बची है, लेकिन दिल टूटा हुआ है।”
परिवार का दर्द और आरोप: मां बोलीं- सुसाइड नहीं, हत्या हुई
शिवम की मां सुलेखा ने आरोप लगाया, “मेरे बेटे ने सुसाइड नहीं किया, उसे जबरन जहर देकर मारा गया। वो शिल्पा को जानता तक नहीं था। पुलिस ने हमें धमकाया, जेल भेजने की धमकी दी, हम डरकर घर छोड़कर चले गए।” थानाध्यक्ष सरायममरेज सुनील कुमार मिश्रा ने कहा, “हमें ऐसे आरोपों की जानकारी नहीं, न शिकायत मिली। पुलिस पर धमकाने का इल्जाम गलत है।” शिवम के एक रिश्तेदार ने भावुक होकर कहा, “दोनों का प्यार सच्चा था, लेकिन समाज और परिवार ने उन्हें मौत की ओर धकेल दिया। अब शिल्पा अकेली है, उसका क्या होगा?”
यह घटना प्रयागराज में युवा प्रेमियों के सामने आने वाली सामाजिक चुनौतियों को उजागर करती है, जहां जाति और उम्र जैसे मुद्दे रिश्तों को तोड़ देते हैं। पुलिस जांच जारी है, और शिल्पा के बयान से और राज खुल सकते हैं।
