लखनऊ से आ रही है वो खबर जो लाखों छात्रों और अभिभावकों की नींद उड़ा देगी—यूपी बोर्ड ने 2026 की 10वीं और 12वीं परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है। फरवरी का महीना जैसे ही शुरू होगा, परीक्षा का बिगुल बज जाएगा, और तीन हफ्तों में पूरा सिलेबस कवर हो जाएगा।
यूपी बोर्ड परीक्षा तिथि 2026 के मुताबिक, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 18 फरवरी से 12 मार्च तक आयोजित होंगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है, जो छात्रों के लिए राहत और चुनौती दोनों लाई है। परीक्षा का पहला दिन हिंदी सब्जेक्ट से खुलेगा, जो हर साल की तरह भाषा की मजबूती का इम्तिहान लेगा। कुल मिलाकर, यह शेड्यूल पिछले साल की तुलना में थोड़ा छोटा है, लेकिन केंद्रों और इंतजामों में कोई कमी नहीं छोड़ी गई।
परीक्षा का समय और पैटर्न: दो पालियों में होगी जंग
परीक्षा दो शिफ्ट्स में होगी, ताकि लाखों छात्रों को सुविधा मिल सके। सुबह की पहली पाली 8:30 बजे से दोपहर 11:45 तक चलेगी, जबकि दूसरी पाली दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:15 तक। यह व्यवस्था छात्रों को थकान से बचाने के लिए सोची गई है, खासकर उन स्कूलों में जहां सुविधाएं सीमित हैं। बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने बताया कि यह टाइमिंग सभी सब्जेक्ट्स के लिए एकसमान रहेगी, जिससे तैयारी में आसानी होगी।
यूपी बोर्ड 10वीं 12वीं परीक्षा 2026 का यह पैटर्न छात्रों को ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी देता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई छात्र सुबह की शिफ्ट में है, तो दोपहर में रिवीजन कर सकता है। पिछले साल की तरह, प्रश्नपत्रों का फॉर्मेट भी मिश्रित रहेगा—ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव क्वेश्चन मिलाकर।
छात्रों की संख्या में उतार-चढ़ाव: हाईस्कूल में बढ़ोतरी, इंटर में गिरावट
इस बार परीक्षा में कुल 52.30 लाख छात्र हिस्सा लेंगे, लेकिन आंकड़ों में दिलचस्प बदलाव दिख रहा है। हाईस्कूल में 27,50,843 परीक्षार्थी रजिस्टर हुए हैं, जो 2025 के 27,32,063 से 18,780 ज्यादा हैं। यह बढ़ोतरी ग्रामीण इलाकों से आई है, जहां नामांकन में सुधार हुआ।
दूसरी तरफ, इंटरमीडिएट में 24,79,352 छात्र रह गए हैं, जो पिछले साल के 27,05,009 से 2,25,657 कम हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ड्रॉपआउट रेट और वैकल्पिक कोर्सेज की ओर रुझान से जुड़ा है। कुल छात्रों की कमी करीब दो लाख है, जिससे परीक्षा केंद्रों की संख्या शायद 7,800 से थोड़ी कम हो। फिर भी, बोर्ड ने हर जिले में पर्याप्त सेंटर सुनिश्चित किए हैं, ताकि किसी छात्र को दूर न जाना पड़े।
प्रश्नपत्र सुरक्षा: डबल लॉक वाली चार अलमारियां होंगी तैनात
पेपर लीक जैसी घटनाओं से सबक लेते हुए, बोर्ड ने सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए हैं। हर परीक्षा केंद्र पर डबल लॉक वाली चार अलमारियां लगेंगी, जहां प्रश्नपत्र रखे जाएंगे। 2025 में तीन अलमारियां थीं, और चौथी बाद में अतिरिक्त के लिए जोड़ी गई थी—इस बार शुरू से ही चार तैयार रहेंगी। चौथी अलमारी स्पेयर पेपर्स के लिए रिजर्व रहेगी, ताकि किसी इमरजेंसी में देरी न हो।
यह कदम न सिर्फ पारदर्शिता बढ़ाएगा, बल्कि केंद्र व्यवस्थापकों पर निगरानी भी मजबूत करेगा। बोर्ड अधिकारियों ने साफ कहा कि किसी भी लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी, जो छात्रों का भरोसा बहाल करने की दिशा में बड़ा कदम है।
पिछले साल की तुलना: 17 दिनों में संपन्न हुई थी परीक्षा
2025 की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक चली थीं, जो महज 17 दिनों में पूरी हो गईं। उस साल 7,800 केंद्र बने थे, और लाखों छात्रों ने बिना किसी बड़े हिचकिचाहट के हिस्सा लिया। इस बार शेड्यूल थोड़ा पहले शुरू हो रहा है, जो मौसम के लिहाज से फायदेमंद साबित हो सकता है—फरवरी में ठंड कम होगी, और मार्च तक गर्मी न चढ़े।
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बोर्ड ने इस बदलाव से छात्रों को ज्यादा रिवीजन टाइम दिया है, जो तैयारी के लिए वरदान है।
अब सारी नजरें आधिकारिक वेबसाइट पर हैं, जहां डिटेल्ड टाइम टेबल डाउनलोड कर सकते हैं। तैयारी शुरू करें, क्योंकि समय कम है और सपने बड़े।
