सहारा रिफंड पोर्टल | सहारा रिफंड स्टेटस |सहारा रिफंड ऑनलाइन: सहारा की 88 प्रॉपर्टीज अडानी को बिकने से पहले, निवेशकों के लिए आई बड़ी राहत, रिफंड लिमिट बढ़कर हुई 50,000 रुपये
सुप्रीम कोर्ट में आज एक बड़ी जानकारी सामने आई है। सहारा ग्रुप की कंपनी सहारा इंडिया कमर्शियल कॉर्पोरेशन लिमिटेड अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी प्रॉपर्टीज को अपनी 88 संपत्तियां बेचने पर सहमत हो गई है।
इस डील का मकसद सहारा ग्रुप पर लंबे समय से लटके निवेशकों के पैसे वापस करना है। इसी कड़ी में निवेशकों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी है।
सरकार ने सहारा रिफंड पोर्टल पर रिफंड की अधिकतम सीमा बढ़ाकर 10,000 रुपये से पांच गुना यानी 50,000 रुपये कर दी है। इसका सीधा फायदा लाखों छोटे निवेशकों को मिलेगा।
सुप्रीम कोर्ट में हुई पेशी, अडानी को बिकेंगी सहारा की 88 प्रॉपर्टीज
सहारा ग्रुप और सेबी के बीच चल रहे लंबे मामले की सुनवाई के दौरान आज सुप्रीम कोर्ट में यह बड़ा खुलासा हुआ। सहारा ग्रुप की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने चीफ जस्टिस बी. आर. गवाई की अगुवाई वाली पीठ को बताया कि सहारा इंडिया कमर्शियल कॉर्पोरेशन और अडानी प्रॉपर्टीज के बीच इस प्रस्तावित डील की टर्म शीट पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।
इस डॉक्युमेंट को एक सीलबंद लिफाफे में कोर्ट के समक्ष जमा कर दिया गया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि अडानी ग्रुप ने इन 88 संपत्तियों के लिए कितनी राशि की पेशकश की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन प्रॉपर्टीज का कुल मूल्य 1 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक आंका गया है।
सहारा रिफंड पोर्टल पर बढ़ी सीमा, अब मिल सकते हैं 50,000 रुपये तक
इस डील के समानांतर, निवेशकों को उनका पैसा वापस दिलाने की प्रक्रिया भी तेज हुई है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत को सूचित किया कि सरकार ने सेबी-सहारा अकाउंट से निवेशकों को रिफंड देना शुरू कर दिया है। इसके लिए शुरू किए गए सहारा रिफंड पोर्टल (mocrefund.crcs.gov.in) पर एक बड़ा बदलाव किया गया है।
पहले जहां एक निवेशक को अधिकतम 10,000 रुपये का ही रिफंड मिल पाता था, वहीं अब इसकी सीमा बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दी गई है। इस कदम से बड़ी संख्या में छोटे निवेशकों को लाभ मिलने की उम्मीद है। रिफंड के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है।
सहारा रिफंड स्टेटस ऑनलाइन चेक करने का आसान तरीका
अगर आप भी सहारा ग्रुप के निवेशक हैं और अपना सहारा रिफंड स्टेटस चेक करना चाहते हैं, तो यह प्रक्रिया बेहद सरल है। आप घर बैठे ऑनलाइन ही अपना स्टेटस जान सकते हैं। सहारा रिफंड ऑनलाइन स्टेटस चेक करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:
- सबसे पहले आधिकारिक पोर्टल mocrefund.crcs.gov.in पर विजिट करें।
- होमपेज पर “Depositor Login” के विकल्प पर क्लिक करें।
- अब आपसे आपका आधार नंबर या सहारा ग्रुप की मूल रसीद नंबर डालने के लिए कहा जाएगा।
- इसके बाद अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP प्राप्त करके लॉगिन करें।
- लॉगिन करते ही आपकी स्क्रीन पर आपका सहारा रिफंड स्टेटस स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
अगर आपको लगता है कि पोर्टल पर दर्ज आपकी जानकारी में कोई त्रुटि है, तो आप ऑनलाइन फॉर्म को अपडेट भी कर सकते हैं। साथ ही, भुगतान का तरीका (बैंक ट्रांसफर या NEFT) चुनने का विकल्प भी मौजूद है। याद रखें, रिफंड पाने के लिए आपके आधार, पैन और बैंक अकाउंट में नाम सहारा की रसीद पर दर्ज नाम से एकदम मेल खाना चाहिए।
अगली सुनवाई 17 नवंबर को, कोर्ट लेगा डील पर अहम फैसला
सहारा-अडानी के बीच प्रॉपर्टी डील पर सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी अब एक महत्वपूर्ण कड़ी है। अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई 17 नवंबर के लिए तय की है। उस दिन कोर्ट यह तय करेगी कि सहारा ग्रुप द्वारा अडानी प्रॉपर्टीज को 88 संपत्तियों की बिक्री के प्रस्ताव को हरी झंडी दी जाए या नहीं।
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यह डील अगर अंतिम रूप ले लेती है, तो यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी रियल एस्टेट डीलों में से एक साबित होगी और सहारा ग्रुप के निवेशकों को उनका बकाया धन वापस दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
सहारा ग्रुप और अडानी प्रॉपर्टीज के बीच होने वाली यह संभावित डील देश के कोआपरेट इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
वहीं, सहारा रिफंड पोर्टल पर रिफंड सीमा में पांच गुना की बढ़ोतरी ने निवेशकों में नई उम्मीद जगाई है। 17 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट का फैसला इस पूरे मामले की दिशा तय करेगा। निवेशकों के लिए सलाह है कि वे अपना सहारा रिफंड ऑनलाइन स्टेटस जल्द से जल्द चेक कर लें और आवश्यक दस्तावेजों को अपडेट कर लें।