मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में हलचल मच गई, जब निफ्टी वीकली एक्सपायरी के दिन कमजोर शुरुआत से ही दबाव में नजर आया। पूरे सेशन में बिकवाली का सिलसिला चला, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर बंद हुए—क्या ये संकेत दे रहा है कि बाजार में सुधार की राह लंबी हो सकती है?
निफ्टी में गिरावट: वीकली एक्सपायरी पर भारी बिकवाली का असर
निफ्टी में गिरावट का दौर मंगलवार को फिर दिखा, जब इंडेक्स 25,600 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे फिसल गया। सेशन की शुरुआत कमजोर रही और पूरे दिन दबाव बना रहा, जिससे निफ्टी लगभग 0.64 फीसदी की कमजोरी के साथ बंद हुआ। हाल के स्विंग हाई से अब तक 500 पॉइंट्स से ज्यादा की गिरावट हो चुकी है, जो लगातार बिकवाली की ताकत को दर्शाता है। बाजार की चौड़ाई भी खराब रही, जहां सभी सेक्टरल इंडेक्स लाल निशान में रहे। मेटल और आईटी शेयरों ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला, जबकि डेरिवेटिव्स में 25,600-25,650 स्ट्राइक पर भारी कॉल राइटिंग से ट्रेडर्स की भालूई रुख साफ झलक रहा है।
सेक्टर परफॉर्मेंस: रियल्टी का मजबूत रुख बाकी क्षेत्रों पर भारी
सेक्टरों की बात करें तो निफ्टी रियल्टी ने हाल के दिनों में तेजी का रंग दिखाया है। कीमतें प्रमुख सपोर्ट लेवल्स से ऊपर टिकी हुई हैं, और जब तक ये स्तर बरकरार रहें, सेक्टर नजदीकी सत्रों में बेहतर प्रदर्शन जारी रख सकता है। हालांकि, बाकी क्षेत्रों में कमजोरी हावी रही—मेटल और आईटी के अलावा पावरग्रिड जैसे स्टॉक्स ने भी जोरदार गिरावट दर्ज की। कुल मिलाकर, बाजार में ब्रॉड-बेस्ड सेलिंग का माहौल बना, जो निवेशकों के लिए सतर्कता का संकेत है।
ग्लोबल मार्केट का दबाव: यूरोपीय इंडेक्सों की तेज गिरावट ने भारतीय बाजार को घेरा
दुनिया भर के बाजारों में भी आज मंदी का साया छाया रहा। यूरोपीय इंडेक्सों ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला, जहां करीब 2 फीसदी की तेज बिकवाली हुई। ये वैश्विक कमजोरी भारतीय शेयर बाजार पर भी असर डाल रही है, खासकर एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड सेक्टर्स पर। अमेरिकी बाजारों में अमेजन के शेयरों की 4 फीसदी की उछाल से जेफ बेजोस की नेट वर्थ में 10 अरब डॉलर का इजाफा हुआ, लेकिन ये सकारात्मक खबर भारतीय निवेशकों तक ज्यादा नहीं पहुंच पाई।
टेक्निकल विश्लेषण: MACD क्रॉसओवर से नीचे की ओर संकेत
चार्ट पर नजर डालें तो निफ्टी में गिरावट के संकेत मजबूत हो गए हैं। इंडेक्स 166 पॉइंट्स लुढ़क गया, और MACD इंडिकेटर पर बेयरिश क्रॉसओवर ने आगे की गिरावट की आशंका बढ़ा दी है। अब 25,500-25,550 का जोन क्रूसियल सपोर्ट बन गया है, जो 20-डेमा और फिबोनाची रिट्रेसमेंट लेवल्स से मेल खाता है। आने वाले सेशन में ये रेंज ब्रेक होने पर बाजार की दिशा साफ हो सकती है—ट्रेडर्स को सावधानी बरतनी होगी।
प्रमुख कंपनियों के Q2 रिजल्ट्स: SBI की मजबूती से अडानी की मिश्रित तस्वीर
कंपनियों के तिमाही नतीजों ने बाजार को मिला-जुला संकेत दिया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का Q2 FY26 नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 10 फीसदी चढ़कर 20,159.7 करोड़ रुपये रहा, जिसमें यस बैंक में स्टेक बिक्री से 4,593 करोड़ का गेन शामिल है। वहीं, अडानी एंटरप्राइजेज का प्रॉफिट 84 फीसदी उछलकर 3,199 करोड़ पर पहुंचा, लेकिन ये वन-टाइम गेन पर टिका—एडजस्टेड प्रॉफिट में 66 फीसदी की गिरावट कोयला ट्रेडिंग की कमजोरी से आई। अदानी पोर्ट्स ने 29 फीसदी प्रॉफिट ग्रोथ दिखाई, 3,120 करोड़ के साथ रेवेन्यू 30 फीसदी बढ़कर 9,167 करोड़ हुआ, और कार्गो वॉल्यूम 12 फीसदी चढ़ा। टाइटन लिमिटेड का Q2 प्रॉफिट 59 फीसदी कूदकर 1,120 करोड़ रहा, रेवेन्यू 22 फीसदी ऊपर 16,461 करोड़ पर।
अन्य बिजनेस हाइलाइट्स: रेयर अर्थ मैग्नेट स्कीम से चाइना पर निर्भरता कम
भारत सरकार दुर्लभ पृथ्वी चुंबक निर्माण के लिए इंसेंटिव स्कीम को 70,000 करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ाने की योजना बना रही है—ये पहले की तिगुनी राशि है, ताकि चाइना पर निर्भरता घटे और घरेलू क्षमता मजबूत हो। दूसरी तरफ, जोहो का मैसेजिंग ऐप अरत्ताई गूगल प्ले पर 105वें और ऐप स्टोर पर 123वें स्थान पर खिसक गया, जो अक्टूबर के पीक से बड़ी गिरावट है।
टॉप गेनर्स और लूजर्स: टाइटन की चमक, पावरग्रिड की फिसलन
मंगलवार के ट्रेडिंग में टाइटन 2.39 फीसदी चढ़कर 3,813.50 पर बंद, उसके बाद भारती एयरटेल 1.89 फीसदी ऊपर 2,113.30 पर। बजाज फाइनेंस 1.33 फीसदी, एमएंडएम 0.91 फीसदी और HDFC लाइफ 0.88 फीसदी के गेनर्स रहे। लूजर्स में पावरग्रिड 3.11 फीसदी नीचे 279.05 पर, कोल इंडिया 2.83 फीसदी लुढ़ककर 377.55 पर, और ONGC 2.02 फीसदी कमजोर 252.35 पर।
हॉट स्टॉक्स: इंडियन मेटल्स की डील से उछाल, मोबिक्विक पर दबाव
इंडियन मेटल्स एंड फेरो एलॉयज 1.69 फीसदी ऊपर, टाटा स्टील के फेरो एलॉय प्लांट को 610 करोड़ में खरीदने की डील से। महिंद्रा एंड महिंद्रा का PAT 16 फीसदी बढ़कर 3,673 करोड़, रेवेन्यू 22 फीसदी ऊपर—SUV और फार्म इक्विपमेंट की डिमांड से। 3M इंडिया 16.89 फीसदी चढ़ा, Q2 प्रॉफिट 43 फीसदी कूदकर EBITDA मार्जिन 20.4 फीसदी पर। नेगेटिव साइड पर मोबिक्विक का नेट लॉस 29 करोड़ पर बढ़ा, रेवेन्यू 7 फीसदी फिसला। सिप्ला 0.54 फीसदी नीचे, इंप्रेरा हेल्थसाइंसेज में 110.7 करोड़ की 100 फीसदी स्टेक खरीद से कंज्यूमर हेल्थकेयर में एंट्री।
बाजार का ये दौर निवेशकों के लिए सबक है—Q2 रिजल्ट्स की चमक के बीच निफ्टी में गिरावट ने सतर्कता की याद दिलाई। कल के सेशन पर नजर रखें, और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए जुड़े रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
निफ्टी में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
मंगलवार की कमजोरी वीकली एक्सपायरी पर बिकवाली, ग्लोबल दबाव और MACD के बेयरिश सिग्नल से आई, जिससे इंडेक्स 25,600 से नीचे बंद हुआ।
SBI के Q2 रिजल्ट्स में क्या खास रहा?
SBI का नेट प्रॉफिट 10 फीसदी बढ़कर 20,159.7 करोड़ रुपये हुआ, जिसमें येस बैंक स्टेक सेल से 4,593 करोड़ का गेन प्रमुख रहा।
अडानी एंटरप्राइजेज का एडजस्टेड प्रॉफिट क्यों गिरा?
वन-टाइम गेन के बावजूद कोयला ट्रेडिंग की कमजोरी से एडजस्टेड प्रॉफिट 66 फीसदी घटकर रहा, कुल प्रॉफिट 84 फीसदी चढ़ा।
टाइटन के Q2 रिजल्ट्स में कितनी ग्रोथ हुई?
टाइटन का प्रॉफिट 59 फीसदी उछलकर 1,120 करोड़ और रेवेन्यू 22 फीसदी बढ़कर 16,461 करोड़ रुपये पर पहुंचा।
भारत की रेयर अर्थ मैग्नेट स्कीम में कितनी बढ़ोतरी हो रही है?
स्कीम का आकार 70,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाएगा, जो पहले की तिगुनी राशि है—चाइना पर निर्भरता घटाने के लिए।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त आर्टीकल केवल सूचना व एजुकेशन के उद्देश्य के लिए है इसे निवेश की राय नही माना जाए। बाज़ार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है इसलिए निवेश के पहले सेबी रजिस्टर्ड वित्तीय सलाहकार की राय जरूर ले।
