सिर पर हाथ फेरते ही हाथों में आने लगते हैं झड़े बाल, फिर टूटने लगता है मन। अगर आप भी ऐसी ही किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो अकेले नहीं हैं। देश के प्रमुख त्वचा रोग विशेषज्ञ बता रहे हैं कि बाल झड़ने का कारण और उपचार क्या है और किस उम्र में यह समस्या सबसे ज्यादा सिर उठाती है।
बाल झड़ना आज के दौर में एक आम समस्या बन गई है, लेकिन इसके पीछे छुपे कारण हमेशा सामान्य नहीं होते। हमने इस मुद्दे की गहराई से पड़ताल की और देश के जाने-माने डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. राजीव सक्सेना से विस्तार से बातचीत की, ताकि आपको मिल सके इस समस्या का सटीक समाधान।
बाल झड़ने के प्रमुख कारण क्या हैं? (Balon ke Jhadne ke Karan)
डॉ. भावना सक्सेना के मुताबिक, बाल झड़ने का कारण और उपचार जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि यह समस्या किस वजह से पनप रही है। मोटे तौर पर इसके पीछे दो तरह के फैक्टर्स जिम्मेदार होते हैं।
आनुवांशिकता और हार्मोनल बदलाव (Genetic and Hormonal Factors)
सबसे प्रमुख कारण है एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया, जो आनुवांशिक होता है। इसे पुरुषों और महिलाओं में पैटर्न हेयर लॉस के नाम से भी जाना जाता है। पुरुषों में यह माथे के किनारों (Hairline) के पीछे हटने और सिर के ऊपरी हिस्से के बालों के पतले होने के रूप में दिखाई देता है। वहीं, महिलाओं में बालों का कमजोर होना और बीच के मांग का चौड़ा होना इसके लक्षण हैं। थायरॉयड हार्मोन का असंतुलन, प्रेग्नेंसी के बाद या मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव भी बाल झड़ने की बड़ी वजह बनते हैं।
जीवनशैली और पर्यावरण संबंधी कारण (Lifestyle and Environmental Causes)
- तनाव: लगातार तनाव में रहने से शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो बालों के विकास चक्र को बाधित करता है।
- गलत खान-पान: प्रोटीन, आयरन, जिंक, बायोटिन और विटामिन डी की कमी बालों के लिए सबसे नुकसानदेह साबित होती है।
- कैमिकल युक्त उत्पादों का अत्यधिक इस्तेमाल: हार्ड शैम्पू, हेयर जेल और हेयर कलर में मौजूद केमिकल बालों की जड़ों को कमजोर करते हैं।
- कुछ बीमारियां और दवाएं: डेंगू, टाइफाइड, कोविड-19 जैसी बीमारियों के बाद, या कैंसर की कीमोथेरेपी जैसी दवाएं भी बाल झड़ने का कारण बनती हैं।
किस उम्र में बाल झड़ने की शुरुआत होती है? (Bal Kis Umar Mein Jhadne Lagte Hain)
डॉ. सक्सेना बताते हैं कि बाल झड़ने की शुरुआत की कोई निश्चित उम्र नहीं है। हालांकि, कुछ पैटर्न देखे गए हैं:
- पुरुषों में: आनुवांशिक कारणों से बाल झड़ना कई बार 20 साल की उम्र से ही शुरू हो सकता है। 35 से 40 की उम्र के बीच यह समस्या सबसे सामान्य रूप से देखी जाती है।
- महिलाओं में: आमतौर पर हार्मोनल बदलावों के दौरान, जैसे कि प्रेग्नेंसी के बाद या मेनोपॉज (आमतौर पर 40-50 की उम्र के आसपास) के समय बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है।
लेकिन यह जरूरी नहीं कि हर किसी के साथ ऐसा ही हो। आजकल खराब लाइफस्टाइल और बढ़ते प्रदूषण के कारण कम उम्र के युवा और किशोर भी इस समस्या से ग्रस्त हैं।
बाल झड़ने का इलाज और रोकथाम कैसे करें? (Balon ke Jhadne ka Ilaj)
बाल झड़ने का कारण और उपचार चिकित्सकीय जांच के बाद ही तय किया जा सकता है। फिर भी, कुछ उपाय हैं जो आप घर पर ही अपना सकते हैं।
मेडिकल ट्रीटमेंट के विकल्प (Medical Treatment Options)
- मिनोक्सिडिल (Minoxidil): यह एक टॉपिकल सॉल्यूशन है जिसे सीधे स्कैल्प पर लगाया जाता है। यह ब्लड फ्लो बेहतर करके बालों के विकास में मदद करता है।
- फाइनेस्टराइड (Finasteride): यह एक ओरल मेडिसिन है जो पुरुषों में हार्मोनल बदलाव लाकर बाल झड़ने की प्रक्रिया को धीमा करती है।
- पीआरपी थेरेपी (PRP Therapy): इस प्रक्रिया में मरीज के अपने ही खून से प्लेटलेट्स निकालकर स्कैल्प में इंजेक्ट किए जाते हैं, जो बालों के रोम छिद्रों (Hair Follicles) को पुनर्जीवित करते हैं।
- हेयर ट्रांसप्लांट (Hair Transplant): यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें सिर के पिछले हिस्से के बालों को ऊपर या सामने के गंजे हिस्से में ट्रांसप्लांट किया जाता है।
जीवनशैली में बदलाव और घरेलू देखभाल (Lifestyle Changes and Home Care)
- संतुलित आहार: अपनी डाइट में प्रोटीन (दाल, अंडा, पनीर), आयरन (हरी पत्तेदार सब्जियां), और ओमेगा-3 फैटी एसिड (अखरोट, फ्लैक्ससीड्स) को शामिल करें।
- नियमित सिर की मालिश: नारियल या बादाम के तेल से हफ्ते में 2-3 बार मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
- हेयर केयर प्रोडक्ट्स का सही चुनाव: हल्के और हर्बल शैम्पू का इस्तेमाल करें। गर्म पानी से बाल न धोएं।
- तनाव प्रबंधन: योग, मेडिटेशन और नियमित एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
असली जानकारी के साथ बने रहें। बाल झड़ना एक मेडिकल कंडीशन है, जिसका समाधान समय रहते संभव है। किसी भी तरह की लापरवाही आगे चलकर समस्या को बढ़ा सकती है। किसी अच्छे त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना ही इसका सबसे सुरक्षित और प्रभावी समाधान है।
