शेयर बाजार इस हफ्ते: 3 अक्टूबर को दिखेगा जबरदस्त इंट्राडे एक्शन, RBI पॉलिसी और FII बिकवाली रखेंगे निवेशकों की कमर कसी

Akanksha Yadav

29/09/2025

सोमवार का दिन शेयर बाजार के लिए किसी एक्शन थ्रिलर से कम नहीं रहने वाला है। बीते हफ्ते मिली भारी गिरावट के बाद, इस हफ्ते की शुरुआत RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक और ग्लोबल संकेतों के बीच हो रही है। लेकिन विशेषज्ञों की नजर में 3 अक्टूबर को इंट्राडे ट्रेडिंग में एक जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकता है, जो स्कैल्पिंग ट्रेडर्स के लिए बड़े मौके लेकर आ सकता है।

आइए, गहराई से समझते हैं कि इस हफ्ते बाजार की दिशा किन-किन बातों पर टिकी होगी और ट्रेडर्स के लिए कहाँ हैं मुनाफे की संभावनाएं।

सप्ताह की शुरुआत का आउटलुक: सुबह की गिरावट, फिर बाउंस की उम्मीद

मार्केट एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि सोमवार को बाजार हल्का बेयरिश रह सकता है और करीब 0.5-1% नीचे खुल सकता है। हालाँकि, तकनीकी संकेतक RSI के ओवरसोल्ड जोन में पहुँचने के कारण सुबह के सेशन में एक बाउंस बैक (मॉर्निंग रैली) की भी उम्मीद जताई जा रही है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर निफ्टी 24,700 के स्तर से नीचे खुलता है, तो यह 24,600 से 24,500 के सपोर्ट जोन को टेस्ट कर सकता है। वहीं, अगर यह 24,800 के स्तर को मजबूती से पार कर जाता है, तो रिलीफ रैली की शुरुआत हो सकती है।

टेक्निकल पिक्चर बता रहा है मुश्किल का आगाज

बीते सेशन में बनी लंबी बेयरिश कैंडलस्टिक ने बाजार के मूड को पूरी तरह बेयरिश कर दिया है। HDFC सिक्योरिटीज के टेक्निकल एनालिस्ट नागराज शेट्टी ने इसे एक अहम संकेत बताया है। उनके मुताबिक, वीकली चार्ट पर भी तीन हफ्तों की तेजी के बाद एक बेयर कैंडल बनी है, जो दर्शाती है कि निफ्टी अगले हफ्ते तक 24,400 से 24,300 के अगले बड़े सपोर्ट की ओर जा सकता है।

सपोर्ट और रेजिस्टेंस के ये हैं अहम स्तर

ट्रेडर्स के लिए सपोर्ट और रेजिस्टेंस के स्तर रोडमैप का काम करते हैं। यहाँ हैं वो अहम स्तर जिन पर इस हफ्ते नजर रखनी होगी:

· सपोर्ट जोन (खरीदारी का मौका): 24,538 / 24,482 / 24,458 / 24,382 / 24,331 / 24,142 / 23,875
· रेजिस्टेंस जोन (बिकवाली का दबाव): 24,805 / 24,856 / 24,980 / 25,035 / 25,145 / 25,322 / 25,434

ट्रेडिंग स्ट्रैटजी: स्कैल्पर्स के लिए है बड़ा दिन

वेल्थव्यू एनालिटिक्स के डायरेक्टर हर्षुभ शाह के मुताबिक 3 अक्टूबर को इंट्राडे में मजबूत मोमेंटम दिखेगा, जो स्कैल्पिंग ट्रेड्स के लिए आदर्श स्थिति होगी। डे-ट्रेडर्स के लिए कुछ जरूरी सलाह इस प्रकार हैं:

  • सपोर्ट-रेजिस्टेंस है कुंजी: बताए गए सपोर्ट लेवल के नीचे कीमत जाने पर शॉर्ट ट्रेड्स पर विचार किया जा सकता है। वहीं, अगर निफ्टी रेजिस्टेंस जोन को तोड़ता है, तो नई तेजी के साथ लॉन्ग पोजीशन बनाने का मौका मिल सकता है।
  • टाइम क्लस्टर पर नजर: अनुभवी ट्रेडर्स बाजार के खास समय (टाइम क्लस्टर) पर नजर रखकर नए ट्रेंड की शुरुआत को पकड़ सकते हैं।
  • रिस्क मैनेजमेंट है जरूरी: बाजार में अचानक उतार-चढ़ाव आ सकता है, इसलिए हर ट्रेड के साथ स्टॉप-लॉस का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है।

इन 5 फैक्टर्स पर टिकी है बाजार की चाल

इस हफ्ते बाजार की दिशा मुख्य रूप से इन पाँच कारकों से तय होगी:

  1. RBI का ब्याज दर फैसला: RBI की MPC की तीन दिवसीय बैठक सोमवार से शुरू होगी और बुधवार, 1 अक्टूबर को इसका नतीजा आएगा। ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो रेट को 6.5% पर ही बरकरार रखा जाएगा। केंद्रीय बैंक के इशारों और भविष्य के आउटलुक पर बाजार की पैनी नजर रहेगी।
  2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली: FIIs की लगातार बिकवाली बाजार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। पिछले हफ्ते FIIs ने 19,570 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इस दबाव के कम होने का इंतजार बाजार को है।
  3. ग्लोबल बाजारों का रुख: अमेरिकी बाजारों का प्रदर्शन हमेशा की तरह अहम रहेगा। शुक्रवार को डाउ जोंस और S&P 500 में मजबूती देखने को मिली थी। इस सप्ताह वहाँ आने वाले आर्थिक आंकड़े भारतीय बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।
  4. भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर नजर: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर चल रही बातचीत पर निवेशकों की नजर बनी हुई है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के अमेरिका दौरे के दौरान हुई “रचनात्मक” बातचीत के बाद किसी भी सकारात्मक घोषणा से बाजार में ताजा तेजी आ सकती है।
  5. घरेलू निवेशकों का सहारा: DIIs (घरेलू संस्थागत निवेशक) लगातार खरीदारी करके बाजार को सहारा दे रहे हैं। पिछले हफ्ते उन्होंने 16,200 करोड़ रुपए की शुद्ध खरीदारी की। FII के दबाव के बावजूद यह खरीदारी बाजार को संभाले हुए है।

सप्ताह का नजरिया: बेयरिश ट्रेंड बरकरार

पूरे सप्ताह के लिहाज से बाजार के बेयरिश रहने की संभावना ज्यादा है। एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि अगर बिकवाली का दबाव बना रहा, तो निफ्टी नीचे की ओर 24,200 से 24,000 के स्तर तक भी जा सकता है। हालाँकि, 2 अक्टूबर को बाजार बंद रहने के कारण ट्रेडिंग के दिन कम हैं, लेकिन RBI के फैसले और ग्लोबल कारकों के चलते यह सप्ताह बेहद अहम और वॉलैटिल रहने वाला है। निवेशकों और ट्रेडर्स को सतर्क रहते हुए, डेटा और तकनीकी संकेतों पर नजर रखकर ही कदम बढ़ाने होंगे।

डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है निवेश के पूर्व अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य ले। इन्वेस्ट बडी शेयर मार्केट में खरीदारी, बिकवाली या निवेश की राय नही देता है। उपरोक्त आर्टीकल केवल इंफॉर्मेशन और एजुकेशन के उद्देश्य के लिए है।

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