बिलासपुर (हिमाचल), 07 अक्टूबर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जहां चलती बस पर पहाड़ से मलबा गिर पड़ा। यह दृश्य इतना भयावह था कि बस पूरी तरह दब गई, और अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
हिमाचल बस हादसा की इस घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। जिले के झंडूता विधानसभा क्षेत्र में बरठीं के पास भल्लू पुल पर शाम करीब 6:25 बजे यह हादसा हुआ। मरोतन से घुमारवीं जा रही निजी बस पर अचानक भूस्खलन हो गया, और भारी मलबा बस की छत पर आ गिरा। बस में करीब 30 यात्री सवार थे, जिसमें से 15 की मौके पर ही मौत हो गई। अभी 10 से ज्यादा लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है, जबकि दो बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
हिमाचल बस हादसा: हादसे का पूरा ब्योरा, बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
दिन भर से बिलासपुर के कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही थी, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया। शाम को बस भल्लू के पास से गुजर रही थी, तभी ऊपर से मलबा और पत्थर गिरने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पूरा पहाड़ जैसे बस पर टूट पड़ा, और बस की सिर्फ छत नजर आ रही थी। स्थानीय लोगों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी, और राहत कार्य शुरू हो गया। बस संतोषी नाम की निजी बस थी, जो रूट पर रोजाना चलती है। हादसे के वक्त बस में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी सवार थे, जिसने स्थिति को और दर्दनाक बना दिया।
रेस्क्यू ऑपरेशन: SDRF और पुलिस की मुस्तैदी
हादसे की खबर मिलते ही SDRF, पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुट गए। जेसीबी मशीनों से मलबा हटाया जा रहा है, लेकिन बारिश और अंधेरा काम में बाधा डाल रहा है। अब तक 15 शव बरामद हो चुके हैं, और दो बच्चियों को सुरक्षित निकालकर बरठीं अस्पताल में भेजा गया है। एक बच्ची की मां की मौत हो गई, जिसने परिवारों को गहरा सदमा दिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने तुरंत राहत कार्य तेज करने और घायलों को मेडिकल मदद देने के निर्देश दिए हैं। NDRF की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है, और रात भर ऑपरेशन चलने की उम्मीद है।
हिमाचल बस हादसा: पहले भी हो चुके ऐसे हादसे
बिलासपुर जैसे पहाड़ी जिलों में मानसून के दौरान भूस्खलन आम है, लेकिन इस बार की घटना ने सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए। स्थानीय लोग बताते हैं कि रोड पर खतरे वाले स्पॉट्स पर पहले से चेतावनी नहीं थी। हादसे के बाद आसपास के गांवों में दहशत फैल गई है, और लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है, ताकि आगे कोई खतरा न हो। घायलों को पास के अस्पतालों में शिफ्ट किया जा रहा है, जहां डॉक्टरों की टीम अलर्ट पर है।
हिमाचल बस हादसा: जाने, ‘क्या कहते हैं प्रत्यक्षदर्शी’
घटना स्थल पर पहुंचे लोगों का कहना है कि बस पूरी तरह मलबे में दब गई थी, और चीख-पुकार मची हुई थी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पहले छोटे पत्थर गिरे, फिर पूरा मलबा आ गया। सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटोज वायरल हो रहे हैं, जो हादसे की भयावहता दिखा रहे हैं। परिवारजन अस्पतालों के बाहर इंतजार कर रहे हैं, उम्मीद है कि बाकी फंसे लोग सलामत निकल आएं।