लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र में एक ऐसी घटना घटी, जो मानवता को शर्मसार कर देती है। बीमार दलित बुजुर्ग रामपाल मंदिर की सीढ़ियों पर तबीयत खराब होने से बैठे थे, तभी उनकी पेशाब छूट गई – और फिर जो हुआ, वो सियासत से लेकर समाज तक हिला रहा है।
काकोरी में बीमार दलित बुजुर्ग को पेशाब चटवाने का मामला सोमवार रात का है, जब बीमार दलित बुजुर्ग रामपाल शीतला माता मंदिर के पास से गुजर रहे थे। सांस की बीमारी से जूझ रहे 70 पार के इस बुजुर्ग को अचानक हांफू सी आई। वे मंदिर की सीढ़ियों पर ठहर गए, और उसी वक्त उनकी पेशाब अनियंत्रित हो गई। मंदिर के सामने ज्वेलरी शॉप चलाने वाले स्वामीकांत उर्फ पम्मू ने ये देखा तो गुस्से में बुजुर्ग के पास पहुंचे। बिना हाल पूछे गालियां बकते हुए उन्होंने कहा, “मंदिर गंदा कर दिया, अब इसे चाटो ताकि शुद्धि हो।” रामपाल ने मजबूरी में वैसा ही किया, फिर पूरे मंदिर को पानी से धोया भी।
घटना की पूरी कड़ी: बीमारी से शिकायत तक
बीमार दलित बुजुर्ग रामपाल पासी समाज से ताल्लुक रखते हैं और मोहनलालगंज के रहने वाले हैं। उनके पोते ने बताया कि बाबा को सांस फूलने और खांसी की पुरानी दिक्कत है। सोमवार रात करीब 8 बजे घर लौटते वक्त थकान हुई, तो मंदिर परिसर में रुक गए। पेशाब छूटने के बाद पम्मू की दुकान से निकलकर आए व्यक्ति ने पहले तो जाति का हवाला देकर धमकाया, फिर अमानवीय सजा दी। रामपाल ने खुद बताया, “मैंने कहा साहब, धोखे से हो गई। लेकिन उन्होंने गालियां दीं और चाटने को मजबूर किया। लात भी मारी।”
रात को डर के मारे घर लौटे रामपाल ने सुबह घटना परिवार को बताई। फिर परिजन काकोरी थाने पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि आरोपी RSS से जुड़ा है, जो मामले को और संवेदनशील बना रहा है। एसीपी काकोरी शकील अहमद ने पुष्टि की कि तहरीर पर SC-ST एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। स्वामीकांत को तुरंत गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू हो गई है।
बीमार दलित बुजुर्ग रामपाल की जुबानी: “न्याय चाहिए, वैसा ही सजा दो”
ग्राउंड पर बातचीत में रामपाल ने सीधे कहा, “मुझे न्याय मिलना चाहिए। जैसे मुझसे करवाया, वैसे ही उनसे भी करवाओ।” वे 50 साल पुराने इस मंदिर से जुड़े हैं – गांव की शादियां-बारातें यहीं होती थीं। पूर्व सांसद कौशल किशोर, जो रामपाल को अपना पुराना साथी मानते हैं, ने मुलाकात के बाद कहा, “ये अमानवीय है। रामपाल ने सूझबूझ दिखाई, रात को विवाद न बढ़ाया। लेकिन ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।” विधायक अमरेश रावत भी सुबह पहुंचे और थाने से कार्रवाई की पुष्टि की।
सियासत में उबाल: विपक्ष का BJP पर तीखा प्रहार
संजय सिंह का तंज: “जाति पूछी, धर्म नहीं”
काकोरी में दलित बुजुर्ग को पेशाब चटवाने के मामला ने राजनीतिक दलों को मैदान में उतार दिया। AAP के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने मंगलवार रात 11 बजे X पर वीडियो शेयर कर BJP को घेरा। उन्होंने लिखा, “जाति पूछी-धर्म नहीं। BJP राज में दलित होना अपराध है। पासी समाज के इस बुजुर्ग से मंदिर में पेशाब चटवाई गई। इंसान के साथ जानवर जैसा सलूक। ये नया भारत है।”
अखिलेश और चंद्रशेखर की प्रतिक्रिया
SP चीफ अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट किया, “किसी की भूल का मतलब अमानवीय सजा देना नहीं।” भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने इसे “दलित विरोधी मानसिकता का नंगा प्रदर्शन” बताया और योगी सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की। SP नेता फर्खुल हसन चांद ने कहा, “BJP शासन में दलित अत्याचार चरम पर है।” स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी निंदा की और आगे ऐसी घटनाओं पर रोक की अपील की।
मंदिर का इतिहास
शीतला माता मंदिर 50 साल पुराना है, जहां गांववासी सामूहिक रूप से जुड़े रहते हैं। कौशल किशोर ने कहा, “यहां किसी एक का कब्जा नहीं। कुछ दिनों में बैठक होगी, फैसला सबका मान्य होगा।” योगी सरकार की सख्ती का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी से तत्काल एक्शन साफ दिख रहा है।