देवरिया, उत्तर प्रदेश | 10 अक्टूबर
क्या अस्पताल की सुरक्षा में सेंध अब जानलेवा बन गई है? देवरिया मेडिकल कॉलेज की पानी की टंकी में मिले शव ने पूरे जिले को हिला दिया है, जहां अब पुलिस ने मृतक की पहचान कर ली है।
अगर आप देवरिया मेडिकल कॉलेज शव की इस रहस्यमयी घटना पर अपडेट तलाश रहे हैं, तो जानिए कि 6 अक्टूबर को महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज की पानी की टंकी से मिले शव की शिनाख्त महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कुलगांव निवासी अशोक गावंडे के रूप में हुई है।गुरुवार देर रात पुलिस ने ये जानकारी दी, जब अशोक की पत्नी अनीता गावंडे ने शव की पहचान की। अनीता ने बताया कि 61 वर्षीय अशोक पिछले चार साल से परिवार से अलग रह रहा था और मानसिक रूप से बीमार था। पुलिस अब ये पता लगाने में जुटी है कि वो देवरिया कैसे पहुंचा और टंकी तक कैसे गया। ये घटना जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है, जहां अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।
घटना का पूरा ब्योरा: अस्पताल से गायब मरीज की मौत
पुलिस जांच में सामने आया कि अशोक गावंडे 25 सितंबर को पहली बार मेडिकल कॉलेज आया था, जहां उसके पैर में गहरा घाव था। फिर 27 सितंबर को 108 एंबुलेंस से इमरजेंसी में लाया गया और सर्जिकल वार्ड में भर्ती किया गया। इमरजेंसी रजिस्टर और सीसीटीवी फुटेज में उसे चेकदार लुंगी और नीली शर्ट में देखा गया। यही कपड़े टंकी के पास मिलने से पुलिस को शक हुआ। 27 सितंबर की सुबह वो वार्ड से बाहर निकला, दोपहर 2 बजे अस्पताल में दिखा, लेकिन उसके बाद गायब हो गया। किसी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट नहीं की।
पानी की टंकी में शव मिलने की कहानी
6 अक्टूबर को टंकी से दुर्गंध आने पर सफाईकर्मियों ने ढक्कन खोला, तो अंदर सड़ा-गला शव तैरता मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शव की हालत इतनी खराब थी कि डीएनए सैंपल लखनऊ भेजे गए। स्थानीय लोगों से बात करने पर पता चला कि अगर समय पर खोजबीन होती, तो शायद जान बच सकती थी। अस्पताल प्रशासन ने मरीज के गायब होने की सूचना न देकर बड़ी लापरवाही बरती।
अशोक गावंडे का बैकग्राउंड: मानसिक बीमारी और परिवार से अलगाव
अशोक की पत्नी अनीता ने बताया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। चार महीने तक मुंबई के अस्पताल में इलाज चला, लेकिन घर लौटने के बाद वो निकल गया और संपर्क टूट गया। अनीता ने कहा, “हमें नहीं पता वो देवरिया कैसे पहुंचा। पुलिस के फोन से सन्न रह गए।” पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में खुदकुशी या हादसा लग रहा है, लेकिन मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होगा।
पुलिस जांच: सीसीटीवी और डीएनए रिपोर्ट का इंतजार
देवरिया पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं और कॉलेज प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा है। एसपी और डीएम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि पता चले कि वार्ड से निकलने के बाद अशोक कहां गया। डीएनए रिपोर्ट आने पर मौत की वजह साफ होगी।
अस्पताल की लापरवाही: स्थानीय लोगों का गुस्सा
ये घटना देवरिया जिले में सनसनी फैला रही है। लोग पूछ रहे हैं कि सुरक्षित अस्पताल में कोई टंकी तक कैसे पहुंच गया और किसी को भनक क्यों नहीं लगी। अगर आप देवरिया या आसपास रहते हैं, तो ऐसी घटनाओं पर नजर रखें और अस्पतालों की सुरक्षा पर सवाल उठाएं – ये सबकी जिंदगी से जुड़ा मुद्दा है।
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