देवरिया (उत्तर प्रदेश), 28 अक्तूबर: देवरिया जनपद के दोआबा में स्थित पचलड़ी डीह चौराहा, जो आमतौर पर शांत रहता है, रविवार सुबह एक हैवानियत भरी घटना का गवाह बना। यहां छठ पूजा का सामान खरीदने पहुंचे तीन लोगों पर पहले से घात लगाए बैठे आरोपियों ने लाठी-डंडे और चाकू से जानलेवा हमला किया। उनके बेहोश होने के बाद आरोपियों ने उनकी जेबों को खाली कर दिया। पीड़ितों ने पुलिस में दिए बयान में पुरानी दुश्मनी का भी हवाला दिया है।
घटना का क्रम: सुबह 11:30 बजे
यह घटना 26 अक्टूबर, रविवार की सुबह करीब 11:30 बजे की है। पीड़ित राजकुमार सिंह, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ भीम और मुकेश कन्नौजिया पचलड़ी चौराहे पर छठ पूजा की तैयारी के लिए सामान खरीदने पहुंचे थे। जहां चौराहे पर पहले से मौजूद सुभाष, उसके बेटे मोनू और सचिन तथा उनके चार अन्य सहयोगियों ने अचानक पीड़ितों पर धावा बोल दिया।
हमले में इस्तेमाल हुए लाठी-डंडे और धारदार हथियार
पीड़ितों द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार, आरोपियों के हाथों में लाठी-डंडे और धारदार हथियार (चाकू) थे। भीड़ ने बेरहमी से तीनों पर वार किए। पीड़ितों ने तहरीर में दावा किया है कि हमला इतना जानलेवा था कि तीनों पीड़ित घटनास्थल पर ही अधमरे की हालत में पड़े रहे। इस दौरान आरोपियों ने मौके का फायदा उठाते हुए पीड़ितों की जेबों से 8 हजार रुपये नकद और 12 ग्राम वाली एक सोने की चेन लूट ली।
पुरानी दुश्मनी का दावा, एससी/एसटी एक्ट की दी थी धमकी?
पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि यह हमला अचानक नहीं, बल्कि सोचा-समझा और प्लान्ड था। उनका आरोप है कि करीब कुछ महीने पहले ही इन्हीं अभियुक्तों ने उन्हें गलत तरीके से एससी/एसटी एक्ट के तहत फंसाने की धमकी दी थी। इस धमकी के बाद से ही दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई थी, जो इस बार हिंसक घटना में बदल गई।
पुलिस ने दर्ज किए गंभीर मामले, जांच तेज
पीड़ितों की शिकायत पर एकौना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुभाष, मोनू और सचिन समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से तीन आरोपी नामजद हैं जबकि चार अज्ञात बताए गए हैं। देवरिया चाकूबाजी मामला अब कानून के कठघरे में खड़ा है और पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत लगाई गई धाराएं इस मामले की गंभीरता को दर्शाती हैं। आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रयास (धारा 191(2), 191(3)), मारपीट (धारा 190, 352), डकैती (धारा 115(2)), और आपराधिक साजिश (धारा 118(1)) जैसे गंभीर आरोप दर्ज किए गए हैं।
अगले कदम क्या होंगे?
एकौना थानाध्यक्ष अजय कुमार पांडेय ने कहा कि पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुटी है नामजद आरोपियों की तलाश जारी है। घटनास्थल और आस-पास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज भी बटोरे जा रहे हैं। पीड़ितों के बयान और मिले सबूतों के आधार पर अज्ञात आरोपियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम गठित की गई है। यह मामला जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर गया है।
