देवरिया में राम-लक्ष्मण के साथ मारपीट: राम बारात में बवाल, कलाकारों की पिटाई से हिंदू संगठनों ने लगाया जाम – पुलिस कप्तान पहुंचे!

यूपी के देवरिया में राम-लक्ष्मण के साथ मारपीट की घटना से बौखलाए हिन्दू संगठनों ने जमकर नारे बाजी की। पुलिस कप्तान ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित करते हुए एकौना एसओ व एक एसआई को लाइन हाजिर कर दिया। मामले में 4 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।

देवरिया (उत्तर प्रदेश), गुरुवार 09 अक्टूबर: क्या धार्मिक परंपराओं पर हमले अब रुकने का नाम नहीं ले रहे? देवरिया के एकौना में रामलीला की शोभायात्रा के दौरान राम-लक्ष्मण बने कलाकारों की पिटाई ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया।

जनपद के एकौना थाना क्षेत्र में थाने के समीप स्थित एकौना गांव में राम-लक्ष्मण के साथ मारपीट की सनसनीखेज घटना से हर कोई हैरान हैं, ये शर्मनाक हादसा गुरुवार को एकौना में हुआ, जहां वर्षों पुरानी रामलीला परंपरा पर कुछ मनबढ़ युवकों ने हमला बोल दिया। हमने स्थानीय लोगों और पुलिस से बात की, जो बताते हैं कि राम बारात निकल रही थी, तभी पुराने विवाद की वजह से राम और लक्ष्मण की भूमिका निभा रहे कलाकारों पर मारपीट हुई।

इससे गुस्साए हिंदूवादी संगठनों ने एकौना चौराहे पर जाम लगा दिया और सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस कप्तान संजीव सुमन मौके पर पहुंचे और आश्वासन देकर स्थिति संभाली।

राम बारात में कैसे हुई राम-लक्ष्मण के साथ मारपीट: घटना की पूरी समयरेखा

एकौना ग्राम सभा में नवरात्र से रामलीला चल रही थी। बुधवार को राम-लक्ष्मण की झांकी भेड़ी बकरूआ गांव में निकाली गई थी, लेकिन गुरुवार को एकौना में घूमते वक्त कुछ युवकों ने कलाकारों पर हमला कर दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हमलावरों ने लाठी-डंडों से पिटाई की, जिससे कलाकार घायल हो गए। ये हमला मंगलवार को मेले में हुए एक पुराने झगड़े का बदला बताया जा रहा है, जहां लड़कियों की दुकान में घुसने की कोशिश पर मारपीट हुई थी। पुलिस को शिकायत मिली थी, लेकिन कार्रवाई न होने से तनाव बढ़ा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीणों का गुस्सा साफ नजर आता है।

पुराना विवाद: मेले से शुरू हुई रंजिश

मंगलवार को रामलीला मेले में संचालकों ने लड़कियों के लिए अलग दुकान बनाई थी, जहां पुरुषों का प्रवेश वर्जित था। कुछ युवकों ने जबरन घुसने की कोशिश की, जिस पर विवाद हो गया और मारपीट हुई। संचालकों ने एकौना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। गांववालों का कहना है कि इसी रंजिश में गुरुवार को राम बारात पर हमला हुआ। हमने मेले के आयोजकों से बात की, जो बताते हैं कि ये घटना परंपरा को कलंकित करने वाली है और सुरक्षा की कमी से हुई।

हिंदू संगठनों का प्रदर्शन: जाम और नारेबाजी

हमले के बाद हिंदूवादी संगठन तुरंत सक्रिय हो गए और एकौना चौराहे पर सड़क जाम कर दी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और मनबढ़ युवकों पर सख्त एक्शन की मांग की। जाम की वजह से इलाके में यातायात ठप हो गया, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। प्रदर्शनकारी बताते हैं कि रामलीला जैसी पवित्र परंपरा पर हमला असहनीय है और पुलिस की लापरवाही से हुआ। जाम करीब 2 घंटे चला, जिसके बाद पुलिस कप्तान ने मौके पर पहुंचकर बातचीत की।

पुलिस की कार्रवाई: एसओ लाइन हाजिर, आरोपी हिरासत में

पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने खुद मौके पर पहुंचकर हिंदू संगठनों से चर्चा की और युवकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया। उनके आश्वासन पर जाम हटा और धरना खत्म हुआ। तत्काल प्रभाव से एसओ एकौना उमेश वाजपेयी और शिव चन्द्र यादव उप निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया।

“आज ग्राम एकौना में दो पक्षों के बीच पूर्व की घटना को लेकर हुए विवाद में पुलिस द्वारा 04 लोगों को हिरासत में लेकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। – अपर पुलिस अधीक्षक देवरिया उत्तरी आनन्द कुमार पाण्डेय का वक्तव्य।”

क्षेत्राधिकारी हरिराम यादव ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाकर झांकी को मंदिर तक पहुंचाया। हमने एसपी से बात की, जो कहते हैं कि जांच जारी है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

घटना के सामाजिक मायने: परंपराओं पर खतरा

यह घटना देवरिया में बढ़ते सामाजिक तनाव को दर्शाती है, जहां पुराने झगड़े धार्मिक आयोजनों को प्रभावित कर रहे हैं। रामलीला यहां की सांस्कृतिक विरासत है, लेकिन सुरक्षा की कमी से ऐसे हादसे हो रहे हैं। गांववासियों का कहना है कि पुलिस को पहले से अलर्ट रहना चाहिए था। वीडियो वायरल होने से जिले में चर्चा जोरों पर है और लोग मांग कर रहे हैं कि ऐसे मनबढ़ों पर कड़ी सजा हो।

Leave a Comment