देवरिया में दुर्गा विसर्जन की तैयारियों पर सुरक्षा के साये, पुलिस ने घाटों पर कसा शिकंजा। दोआबा के पिडरा, करहकोल, रकहट, नरायनपुर पुलों पर पुलिस मुस्तैद।
देवरिया (उत्तर प्रदेश), 02 अक्टूबर: देवरिया जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए हैं। गोर्रा नदी पर बने पिडरा और नरायनपुर पुलों के साथ ही राप्ती नदी पर स्थित करहकोल व रकहट पुलों पर विसर्जन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए विशेष बंदोबस्त किए गए हैं। हालाँकि, अभी तक विसर्जन स्थलों पर मोटर बोट का प्रबंध और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम मौजूद नहीं है, जिसे लेकर स्थानीय स्तर पर चिंता बनी हुई है।
पिडरा और नरायनपुर पुलों पर क्यों है खास नजर?
दोआबा क्षेत्र में स्थित गोर्रा नदी पर बने पिडरा और नरायनपुर पुल इस बार देवरिया दुर्गा विसर्जन सुरक्षा का प्रमुख केंद्र बन गए हैं। इन दोनों पुलों पर 52 गांवों की दुर्गा प्रतिमाओं के साथ-साथ रुद्रपुर उपनगर की प्रतिमाएं भी विसर्जित की जाएंगी। भीड़ के बड़े हुजूम को देखते हुए पुलिस ने यहां बैरिकेडिंग, सीसीटीवी कैमरे और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की है।
राप्ती नदी के घाटों पर भी सक्रिय पुलिस तैनाती
राप्ती नदी पर बने करहकोल और रकहट पुलों पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम दिखाई दे रहे हैं। इन घाटों का Strategic महत्व इसलिए भी है क्योंकि यहां पड़ोसी जिले गोरखपुर के सीमावर्ती इलाकों की मूर्तियां भी विसर्जित की जाएंगी। प्रशासन ने घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और आपातकालीन निकासी को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं।
CCTV और ड्रोन से होगी निगरानी, महिला पुलिस भी रहेगी मौजूद
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और एसपी संजीव सुमन ने विसर्जन स्थलों का निरीक्षण कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। एसपी सुमन ने बताया कि संवेदनशील घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और जरूरत पड़ने पर ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। भीड़ में महिलाओं और बच्चियों की सुविधा के लिए महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती पर भी खास ध्यान दिया गया है। हालांकि दोआबा में दोपहर 12 बजे तक न तो सीसीटीवी कैमरा दिखा और न ही ड्रोन।
मोटर बोट और NDRF टीम का अभाव बना चिंता का विषय
एकौना पुलिस की सुरक्षा इंतजाम चुस्त दिख रहे हैं, लेकिन विसर्जन स्थलों पर अभी तक मोटर बोट का प्रबंध नहीं हो पाया है और न ही NDRF की टीम मौजूद है। यह कमी आपात स्थिति में चिंता का सबब बन सकती है, क्योंकि रेस्क्यू बोट और गोताखोरों के बिना जल सुरक्षा के इंतजाम अधूरे हैं।
52 गांवों और पड़ोसी जिलों से उमड़ेगी विसर्जन में भीड़
इस बार विसर्जन में दोआबा क्षेत्र के 52 गांवों के साथ-साथ रुद्रपुर उपनगर और गोरखपुर के सीमावर्ती इलाकों की प्रतिमाएं शामिल होंगी। इस पैमाने को देखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखने के लिए अलग से योजना बनाई है। बड़ी गाड़ियों के लिए ‘नो एंट्री’ लागू की गई है ताकि जाम की स्थिति उत्पन्न न हो।
देवरिया के इन घाटों पर आज दिखेगी आस्था और सुरक्षा का अनूठा संगम
देवरिया जिले के इन चार प्रमुख पुलों पर आज दुर्गा विसर्जन का दृश्य आस्था और सुरक्षा का अनूठा संगम पेश करेगा। पिडरा, नरायनपुर, करहकोल और रकहट पुलों पर पुलिस की कड़ी निगरानी में जहां मां दुर्गा की प्रतिमाएं विदाई के लिए तैयार हैं, वहीं प्रशासन ने हर संभव इंतजाम कर श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की कोशिश की है। पूरा जिला इस पल का गवाह बनने को तैयार है, जहां आस्था की गहराई और सुरक्षा की ऊंचाई एक साथ दिखाई देंगी।