चंद्रशेखर-रोहिणी विवाद: वायरल चैट्स में ‘मरा मुंह देखोगी’, सांसद के ‘माफीनामा’ से खुलासा!

Akanksha Yadav

29/09/2025

नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद और पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी के बीच जारी विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। रोहिणी द्वारा सार्वजनिक किए गए निजी चैट्स में सांसद की धमकी और माफी दोनों ने मामले को तूल दे दिया है, जबकि रोहिणी न्याय की लड़ाई लड़ने का संकल्प ले चुकी हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए चैट्स, चंद्रशेखर ने मांगी थी माफी

डॉ. रोहिणी घावरी ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कुछ ऐसे चैट स्क्रीनशॉट शेयर किए, जिन्होंने इस चंद्रशेखर रोहिणी विवाद को एकदम नया मोड़ दे दिया। इन चैट्स में नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद को रोहिणी से माफी मांगते और बाद में उन्हें फोन उठाने के लिए मनाने-धमकाने की कोशिश करते देखा जा सकता है।

ग्रुप छोड़ने से पहले लिखी लंबी माफी

चैट्स के मुताबिक, चंद्रशेखर आजाद ने ‘शक्तिशाली योद्धा’ नाम के एक ग्रुप को छोड़ने से पहले रोहिणी के नाम एक पोस्ट लिखी थी। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, “मैं अपने द्वारा कहे गए शब्दों के लिए माफी चाहता हूं… मेरे शब्दों के द्वारा जो आपका अपमान हुआ है, उसके लिए हो सके तो मुझे माफ कर देना। आपके जैसा साथी किस्मत वालों को मिलता है। बुरा यह है कि मैं बचपन से ही बदनसीब हूं… माफी चाहता हूं, मैं अब इस ग्रुप का हिस्सा नहीं रह पाऊंगा… जय भीम आपको।”

मरा मुंह देखोगी’ और मां की कसम जैसे संदेश

रोहिणी द्वारा साझा किए गए पर्सनल चैट्स में चंद्रशेखर को बार-बार फोन उठाने की गुहार लगाते देखा जा सकता है। चैट्स में चंद्रशेखर के एक के बाद एक कई संदेश दर्ज हैं:

  • “प्लीज फोन। हालात समझो। बच्चे की तरह मत करो। प्लीज बात करो।”
  • “अभी मेरी घर बात हुई है। मेरा मरा मुंह देखोगी, अगर अब फोन नहीं उठाया।”
  • “फोन उठा लो प्लीज। आपको आपकी मम्मी की कसम है। फोन उठाओ।”

इन चैट्स से साफ जाहिर होता है कि चंद्रशेखर रोहिणी से बात करने के लिए कितना बेचैन और हताश थे। ये संदेश उस दबाव और मानसिक state को clear दर्शाते हैं, जिससे रोहिणी गुजर रही थीं।

‘लड़ना चुना क्योंकि मरने से लोग मुझे गलत समझेंगे’

डॉ. रोहिणी घावरी ने 27 सितंबर को एक पोस्ट में अपने दर्द और मानसिक state का मार्मिक विवरण साझा किया। उन्होंने लिखा, “एक गलत आदमी औरत की पूरी जवानी बर्बाद कर देता है। मुझे इस हद तक पहुंचा दिया कि दो ही रास्ते बचे हैं, या तो मर जाऊं या लड़ जाऊं। मैंने लड़ना चुना, क्योंकि मेरे मरने से लोग इसे सही और मुझे गलत समझेंगे।”

भावनात्मक शोषण के गंभीर आरोप

रोहिणी ने अपनी पोस्ट्स में चंद्रशेखर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं:

  • शादी का झूठा झांसा: चंद्रशेखर ने खुद को अविवाहित बताकर रोहिणी के साथ तीन साल तक रिश्ता निभाया।
  • मानसिक प्रताड़ना: रिश्ता तोड़ने की बात करने पर चंद्रशेखर ने आत्महत्या की धमकी दी।
  • सामाजिक बदनामी: रोहिणी को ‘रखैल’ जैसे शब्दों से संबोधित किया जाने लगा।
  • आत्महत्या के दो प्रयास: गहरे अवसाद के चलते रोहिणी ने दो बार आत्महत्या का प्रयास किया।

रोहिणी ने उठाए कानूनी कदम, महिला आयोग में दर्ज है शिकायत

इस चंद्रशेखर रोहिणी विवाद ने कानूनी रास्ता भी पकड़ लिया है। डॉ. रोहिणी घावरी ने करीब तीन महीने पहले ही राष्ट्रीय महिला आयोग में चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करा दी थी।

सफाई कर्मचारी की बेटी है रोहिणी, स्विट्जरलैंड में कर रहीं पीएचडी

डॉ. रोहिणी घावरी की पृष्ठभूमि काफी प्रेरणादायक है। वह इंदौर के एक बीमा अस्पताल में काम करने वाली सफाई कर्मचारी की बेटी हैं। अपनी मेहनत और लगन के बल पर उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काफी नाम कमाया। साल 2019 में वह मध्य प्रदेश सरकार की छात्रवृत्ति पर हायर एजुकेशन के लिए स्विट्जरलैंड चली गईं। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी की है और फिलहाल स्विट्जरलैंड में एक नौकरी और एनजीओ चला रही हैं।

चंद्रशेखर ने दर्ज कराई FIR, कोर्ट में है मामला

इस चंद्रशेखर रोहिणी विवाद में दूसरी तरफ, सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी कानूनी रास्ता अख्तियार किया है। सांसद प्रतिनिधि विवेक सेन ने बिजनौर की धामपुर कोतवाली में रोहिणी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

मानहानि और मानसिक उत्पीड़न के मामले

FIR में आरोप लगाया गया है कि रोहिणी द्वारा सोशल मीडिया पर सांसद की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही, ग्रीन टी पीते हुए एक वीडियो को शराब बताकर प्रस्तुत किया गया। पुलिस ने BNS की धारा 356(2) (मानहानि) और धारा 66E के तहत मामला दर्ज किया है। धारा 66E के तहत पीड़ित की मानसिक दबाव के कारण मृत्यु होने पर 20 साल तक की सजा का प्रावधान है।

‘मामला कोर्ट में, टिप्पणी नहीं कर सकता’

चंद्रशेखर आजाद ने इस मामले पर सार्वजनिक तौर पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। एक जनसभा के दौरान जब पत्रकारों ने इस बारे में सवाल किया, तो उन्होंने कहा, “मैं इस मामले में कोर्ट में हूं, इसलिए इस पर बोलने का अधिकार नहीं है, इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।”

‘एक सांसद देश की कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहा’

डॉ. रोहिणी घावरी ने अपनी एक अन्य पोस्ट में सीधे तौर पर देश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, “एक मामूली-सा निर्दलीय सांसद देश की कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहा है। कोई भी अपराधी वोट लाने लायक बन जाओ, फिर चाहे जितने अपराध करो, बच जाओगे। क्योंकि पुलिस आपकी ताकत देखेगी, कुकर्म नहीं। यहां एक एफआईआर तक नहीं हो रही। आखिर क्यों और कौन बचा रहा है इसे?”

दिल्ली पुलिस पर लगे गंभीर आरोप

रोहिणी ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को सभी सबूत दिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि एयरपोर्ट थाने ने मामले की जांच की, मगर चंद्रशेखर के प्रभाव में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा, “भारत में पीड़िता को न्याय के लिए मरना पड़ता है। जब तक आत्महत्या का प्रयास नहीं करती, तब तक कोई सुनता नहीं है।”

डॉ. रोहिणी घावरी और सांसद चंद्रशेखर आजाद के बीच यह चंद्रशेखर रोहिणी विवाद हर passing दिन के साथ और भी गहराता जा रहा है। एक तरफ जहां रोहिणी न्याय की उम्मीद में लगातार सोशल मीडिया और कानूनी रास्ता अख्तियार किए हुए हैं, वहीं चंद्रशेखर आजाद ने कोर्ट का रुख कर लिया है। अब पूरा focus इस बात पर है कि कानून इस जटिल मामले में क्या फैसला सुनाता है और क्या एक साधारण पृष्ठभूमि की लड़की को उसके हक की लड़ाई में न्याय मिल पाता है।

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