गोरखपुर, 13 अक्टूबर। रविवार की दोपहर गोरखपुर के सोनबरसा इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग-27 (NH-27) पर एक जलती हुई एम्बुलेंस से अचानक हुए ऑक्सीजन सिलेंडर विस्फोट ने इलाके में दहशत फैला दी। आग के गोले में तब्दील हुई एम्बुलेंस से मरीज और परिजनों ने सिर्फ कुछ पल पहले कूदकर अपनी जान बचाई, मगर सिलेंडर के टुकड़ों से एक युवक घायल हो गया।
चंद पलों में जलकर राख हुई एम्बुलेंस
यह घटना रविवार को दोपहर करीब 2:30 बजे एम्स थाना क्षेत्र के सोनबरसा बाजार स्थित फोरलेन फ्लाईओवर पर घटी। बनारस के बीएचयू ट्रॉमा सेंटर से एक प्राइवेट एम्बुलेंस मरीज को लेकर बिहार के पश्चिमी चंपारण के लिए रवाना हुई थी। एम्बुलेंस में बिहार के पश्चिमी बेतिया की 60 वर्षीय नीलम देवी थीं, जिनके साथ उनके दोनों बेटे अमित और सुमित सफर कर रहे थे।
मौके के चश्मदीदों के मुताबिक, अचानक एम्बुलेंस के इंजन से धुआं उठना शुरू हुआ और देखते ही देखते पूरी गाड़ी आग की चपेट में आ गई । आग की लपटें 15 फीट तक ऊंची उठने लगीं और काले धुएं के गुबार ने आसपास का माहौल दहला दिया।
चालक की सूझबूझ ने टाला बड़ा हादसा
एम्बुलेंस चालक संतोष कुमार (निवासी वाराणसी) ने खतरा भांपते हुए तुरंत गाड़ी रोकी और सूझबूझ का परिचय देते हुए मरीज और उनके परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया । इसी दौरान एम्बुलेंस में रखा ऑक्सीजन सिलेंडर भीषण धमाके के साथ फट गया । एक के बाद एक तीन जोरदार धमाकों ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी और आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई ।
“अचानक शॉर्ट सर्किट से गाड़ी में आग लग गई। खतरा भांप कर मैंने गाड़ी रोकी। सभी मरीज को लेकर उसके परिजन जल्दी-जल्दी गाड़ी से कूदे। अभी सभी लोग सुरक्षित स्थान की तरफ जा रहे थे, तभी ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया,” – संतोष कुमार, एम्बुलेंस चालक
सिलेंडर के टुकड़े से घायल हुआ युवक, लगा लंबा जाम
विस्फोट की चपेट में आकर बेलवा खुर्द निवासी 28 वर्षीय मोनू पुत्र रामप्रीत सिलेंडर के टुकड़ों से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि मोनू घटना का वीडियो बना रहा था। सोनबरसा चौकी की पुलिस ने घायल युवक को तत्काल नजदीकी एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

इस घटना के चलते नेशनल हाईवे-27 पर करीब एक घंटे तक लंबा जाम लगा रहा। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और करीब आधे घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि, तब तक एम्बुलेंस पूरी तरह से जल चुकी थी। पुलिस ने जली हुई एम्बुलेंस को सड़क किनारे हटाकर यातायात व्यवस्था फिर से बहाल कराई।
जांच में सामने आई आग लगने की वजह
प्रारंभिक जांच के आधार पर अधिकारियों ने बताया कि एम्बुलेंस के एसी में हुए शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। फायर ब्रिगेड विभाग के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने ऑक्सीजन सिलेंडर को भी प्रभावित किया, जिसके फटने से स्थिति और गंभीर हो गई।
एम्स थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि प्राइवेट एम्बुलेंस में सवार मरीज और तीन परिजनों को सुरक्षित निकाल लिया गया और उन्हें दूसरी गाड़ी से उनके गंतव्य की ओर रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि अगर चालक ने समय रहते सतर्कता नहीं दिखाई होती तो यह घटना और भी भीषण रूप ले सकती थी।
स्थानीय लोगों ने भी एम्बुलेंस चालक की सूझबूझ की सराहना की और कहा कि उसके त्वरित निर्णय ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। फिलहाल, पुलिस घटना के सभी पहलुओं पर विस्तृत जांच कर रही है।
