अयोध्या में जोरदार धमाके से घर जमींदोज: पिता-3 बच्चों समेत 5 की मौत, अवैध पटाखा फैक्ट्री का शक!

क्या अवैध धंधे अब परिवारों की जिंदगी छीन रहे हैं? अयोध्या में गुरुवार शाम हुए दिल दहला देने वाले विस्फोट ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है, जहां एक घर पटाखों की वजह से पूरी तरह तबाह हो गया।

अयोध्या (उत्तर प्रदेश), 09 अक्टुबर: यूपी के अयोध्या में जोरदार धमाके की ये घटना पुराकलंदर थाना क्षेत्र के पगला भारी गांव में हुई, जहां राम कुमार कसौधन उर्फ पप्पू के घर में अवैध पटाखा निर्माण चल रहा था। शाम करीब 7 बजे अचानक तेज ब्लास्ट हुआ, जिससे मकान ढह गया और मलबे में दबकर पप्पू और उनके तीन बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाके की गूंज 500 मीटर दूर तक सुनाई दी और मलबा 100 मीटर तक उछलकर गिरा। पुलिस और रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर शव निकाले, लेकिन अभी दो और लोगों के फंसे होने का अंदेशा है।

अयोध्या में जोरदार धमाके से सहमे लोग: कैसे हुआ ये हादसा?

पगला भारी गांव के निवासी राम कुमार कसौधन लंबे समय से घर में पटाखे बनाने का गैरकानूनी काम कर रहे थे। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक, शाम के समय घर में काम चल ही रहा था, तभी विस्फोट हो गया। पूरा घर मलबे में बदल गया और परिवार के सदस्य उसमें दब गया।

अयोध्या में जोरदार धमाके से घर जमींदोज: पिता-3 बच्चों समेत 5 की मौत, अवैध पटाखा फैक्ट्री का शक!"

गांववासियों ने धमाके की आवाज सुनकर दौड़कर पहुंचे और पुलिस को अलर्ट किया। इसके बाद 5 थानों की पुलिस फोर्स मौके पर आई और जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का ऑपरेशन शुरू किया। राम मंदिर से महज 25 किमी दूर ये इलाका पर्यटन के लिहाज से भी संवेदनशील है, इसलिए प्रशासन ने आसपास के घर खाली कराए।

घायलों की दर्दनाक कहानी: अस्पताल में क्या हुआ?

108 एंबुलेंस चालक अजय कुमार ने हमें बताया कि शाम 7:28 बजे उन्हें कॉल आई। जब टीम पहुंची, तो मलबे से निकाले गए लोगों की सांसें चल रही थीं, लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त सभी ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के अनुसार, सभी को गंभीर बर्न इंजरी थी, जो विस्फोट की वजह से हुई। दो एंबुलेंसों से पांच लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। गांववालों से बात करने पर पता चला कि मरने वालों में मासूम बच्चे भी थे, जो इस हादसे की भयावहता को और बढ़ाता है।

पुलिस जांच में बड़ा खुलासा: पहले भी हो चुका था विस्फोट

पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया और जांच शुरू की। थाना प्रभारी ने बताया कि पप्पू पहले भी अवैध पटाखा निर्माण में शामिल था – पिछले साल इसी गांव में एक धमाका हुआ था, जिसमें तीन लोग मारे गए थे। अब सवाल ये है कि इतने खतरे के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हुई? पुलिस का कहना है कि अवैध कारोबार की वजह से ये हादसा हुआ, और आगे ऐसी गतिविधियों पर सख्ती बरती जाएगी। आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चल रहा है, ताकि कोई और खतरा न हो।

प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी: डरावना मंजर और सबक

गांव के कुछ निवासियों से हमने बात की, जो बताते हैं कि धमाका इतना तेज था कि लगा कोई बम फटा हो। एक पड़ोसी ने कहा, “मलबा हमारे घर तक आ गिरा, बच्चे डरकर कांपने लगे।” दूसरे ने जोड़ा कि पप्पू का परिवार गरीबी में पटाखे बनाकर गुजारा करता था, लेकिन ये धंधा अब मौत का जाल बन गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं, जहां लोग इस ट्रेजडी पर शोक जता रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को अवैध फैक्ट्रियों पर कड़ा रुख अपनाना होगा, वरना आगे और जानें जा सकती हैं।

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